मेसकौर.
प्रखंड सहवाजपुर सराय मध्य विद्यालय में दो सौ बच्चों की पढ़ाई बीते पांच वर्षों से मात्र तीन कमरे ही हो रही है. इससे बच्चों की पढ़ाई में बाधा उत्पन्न हो रही है. इसकों लेकर कई बार पत्राचार किया गया है. इकसे बावजूद भी अतिरिक्त वर्ग कक्ष के लिए राशि नहीं दी गयी है. स्कूल में पहली से आठवीं क्लास तक की पढ़ाई होती है. इसके लिए स्कूल में आठ शिक्षक भी कार्यरत हैं. विद्यालय की प्रधानाध्यापिका चौरसि कुमारी ने कहा कि विद्यालय बहुत पुराना बना हुआ है. पहले विद्यालय में 10- 11 कमरे थे. लेकिन, आठ कमरे पुराने होने के कारण टूट कर गिर गया है. इधर, दो सालो में कई बार विभाग को लिखित आवेदन दिया गया, लेकिन आज तक कोई कर्रवाई नहीं हुई. उन्होंने बताया की पहली से लेकर तीसरी कक्षा तक पढ़ने वाले बच्चों को एक ही कमरे में बैठाकर पढ़ाया जाता है, जबकि चौथी, पांचवीं और छठी कक्षा तक पढ़ने वाले बच्चे को दूसरे कमरे मे बैठाकर पढ़ाया जाता है. सातवीं और आठवीं कक्षा तक के बच्चो को तीसरा कमरे में बैठाकर पढ़ाया जा रहा है. क्योंकि और कोई उपाय नहीं है. स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा अनीश, राधिका, पीहू, सिमरन, राजनांदनी, चाहत, नंदनी गुलशन आदि कहती है, ””कमरा नहीं रहने से हमलोगो को तीन-तीन क्लास के बच्चों के साथ बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है. सर हमें अच्छे से पढ़ाते हैं, समय पर खाना और किताबें भी मिलती हैं, लेकिन स्कूल में बेंच-डेस्क भी पूरे नहीं है. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी संजय जायसवाल ने कहा कि फिलहाल अभी हम नये आये है. जल्द ही सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ से मिलकर इस विद्यालय में आठ-नौ नये कमरे बनाने की मांग करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

