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स्वामी सहजानंद सरस्वती के बताये मार्ग पर चलने का संकल्प

Nawada News : जयंती पर याद किये गये महान किसान मजदूर नेता स्वामी सहजानंद सरस्वती

नवादा कार्यालय. जिले के न्यू एरिया स्थित मॉडर्न इंग्लिश स्कूल के बहुउद्देशीय सभागार में स्वामी सहजानंद सरस्वती की 136वीं जयंती के उपलक्ष्य में जयंती समारोह व महिला सशक्तीकरण सभा का आयोजन किया गया. शिक्षाविद, समाजसेवी डॉ अनुज सिंह के सौजन्य से जयंती कार्यक्रम की शुरुआत सहजानंद सरस्वती के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर किया गया. मौके पर उपस्थित अनुज सिंह ने कहा कि स्वामी सहजानंद सरस्वती के बताये मार्ग पर चलने का संकल्प लेना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. स्वामी जी अन्नदाता किसान को धरती का साक्षात भगवान मानते थे. इसीलिए उन्होंने ” वन्दे अन्नदातारम् ” का नारा देकर किसान हित में सृजनात्मक व संघर्षनात्मक कार्य को ही साधना मानकर आजीवन संघर्ष करते रहे. स्वामी सहजानंद ऐसे युगपुरुष संन्यासी रहे, जिसने अपना जीवन देश की आजादी और किसानों की भलाई के लिए होम कर दिया. परमार्थ चिंतन के परंपरागत मूल्यों से एकाकार होते हुए उन्होंने उस समाज में भगवान का दर्शन किया, जिसे हम किसान कहते हैं. किसानों की भलाई और उनको शोषण से मुक्ति दिलाने के लिए उन्होंने अपने आप को समर्पित कर दिया. इस अवसर पर श्री अनुज सिंह के द्वारा महिला सशक्तीकरण को भी मजबूत करने की बात कही गयी. कार्यक्रम में मंच संचालन करते हुए पसई ग्राम निवासी समाजसेवी अनिल कुमार सिंह ने स्वामी जी के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित किया. साथ ही कहा कि स्वामी जी के आदर्शों, मूल्यों व विचारोें के आधार पर स्वामी जी के मूल मंत्र वन्दे अन्नदातारम् को आत्मसात करते हुए किसान हित में सृजनात्मक व संघर्षनात्मक कार्य का संकल्प लेते हैं. वक्ताओं में से हंड़िया के अधिवक्ता अरविंद कुमार ने कहा कि स्वामी सहजानंद सरस्वती अथक कर्मठी, वेदांत और मीमांसा के महान विद्वान, बेबाक पत्रकार व लेखक के साथ साथ संगठित किसान आंदोलन के जनक व संचालक थे. प्रो कृष्ण कुमार प्रभाकर ने बताया कि आजीवन स्वामी जी ने गरीब, वंचित, पिछड़ा और आर्थिक आधार पर कमजोर लोगों के समग्र विकास के लिए काम किया. पटवासराय जमुआवां पंचायत के सरपंच देवराज पासवान ने कहा कि उन्होंने समता के स्थापना के लिए कश्मीर से कन्याकुमारी तक संघर्ष किया. आंती पंचायत के मुखिया जितेंद्र कुमार ने उन्होंने जीवन का ज्यादातर वक्त बिहार में किसानों के हक की लड़ाई लड़ते हुए गुजर दिये थे. मौके पर गोनामा के चंदन कुमार, प्रमोद कुमार अधिवक्ता, मनीष कुमार राजेंद्र नगर, मोहन सिंह चंद्रवंशी पटवासराय, पंकज कुमार कोसला, जदयू नेता सुनील सिंह हंड़िया, अखिलेश प्रसाद सिंह कोसला, भुवनेश्वर प्रसाद सिंह, युगल किशोर सिंह, राजकुमार पांडेय बुधौल, अनिता कुमारी, निशा कुमारी, पम्मी कुमारी, संगीता कुमारी, खुशी कुमारी, किरण देवी, गीता देवी सहित सैंकड़ों की संख्या में नागरिक शामिल रहे. कार्यक्रम के संचालन में अनुज सिंह समर्थक सोनू कुमार, विकास कुमार, राजेश कुमार, दिलीप कुमार, विपिन कुमार, अरुण कुमार, पारस कुमार, डॉ संजय कुमार, मनोज कुमार, विपुल कुमार, इश कुमार, अभय सिंह ,सुनील कुमार, अनीता देवी सहित सभी कार्यकर्ताओं की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण रही.

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