नवादा कार्यालय. नारदीगंज प्रखंड के पड़रिया गांव में हुई मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. रविवार को पीड़ित परिवार से मिलने पटना की संस्था महिला पुरुष कल्याण मंच की फाउंडर पूनम सिंह और गुड़िया कुमारी सदर अस्पताल पहुंचीं. मंच के सदस्यों ने पीड़ित परिवार से उनका हाल जाना. पीड़ित परिवार से मिलने के बाद फाउंडर ने बताया कि प्रशासन सही से काम नहीं कर रहा है. पीड़ित परिवार को सबसे पहले बेहतर मेडिकल जांच होनी चाहिए, लेकिन जिला प्रशासन ने पीड़ित परिवार का अब मेडिकल नहीं करवाया. 48 घंटे बीत जाने के बाद भी पीड़ित परिवार को न तो सुरक्षा मिली है और न ही पुलिस प्रशासन से आश्वासन. उन्होंने यह भी कहा कि सभ्य समाज में इस तरह अपराध करने वाले लोगों की कोई जगह नहीं होनी चाहिए. फाउंडर के सदस्यों ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर महिलाओं के साथ इस तरह की घटनाएं होती रही, तो जिले में महिलाएं सुरक्षित नहीं है. शुभ लाभ के चक्कर में थाना प्रभारी पीड़ित परिवार की बातों को नहीं सुन रही हैं. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों में तीन महिला और दो पुरुष हैं. महिलाओं के साथ गलत हरकतें और अभद्रता की गयी है. पुलिस को इसकी जांच करनी चाहिए. महिलाओं के शरीर पर मारपीट के निशान अभी पर्याप्त हैं, लेकिन पुलिस इन बातों से बिल्कुल बेखबर है. सभी घायल पांच लोगों का इलाज नवादा सदर अस्पताल में किया जा रहा है. जिले के समाजसेवी जितेंद्र प्रताप जीतू और कैलाश विश्वकर्मा ने भी इस तरह के अपराधों के लिए आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की. मौके पर पीड़ित परिवार से मिलने के बाद जितेंद्र कुमार जीतू ने बताया कि अगर जिला प्रशासन पीड़ित परिवार को समुचित न्याय नहीं दिलाता है, तो पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए धरना-प्रदर्शन किया जायेगा.
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