नवादा न्यूज : यज्ञ स्थल की परिक्रमा व पूजन कर भक्त मांग रहे सुख-समृद्धि
प्रतिनिधि, रजौली.
प्रखंड क्षेत्र की हरदिया पंचायत स्थित सेक्टर-ए के नीचे टोले में बीते नौ अप्रैल से सात दिवसीय श्रीशिव परिवार प्राणप्रतिष्ठा शिव शक्ति महायज्ञ शुरू है. रविवार को यज्ञ स्थल की परिक्रमा व पूजन के लिए स्थानीय और आसपास के गांवों के सैकड़ों महिला व पुरुष श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. यज्ञ के आयोजकों ने बताया कि काली मंडा के प्रांगण में बीते बुधवार से यज्ञ किया जा रहा है. इस दौरान उत्तर प्रदेश के वाराणसी से आये कामरू कामख्या सिद्धि पीठ के साधक महंत श्रीश्री 108 श्रीराम नारायण दास, काशी से आये आचार्य अंकित बाबा, उपाचार्य राहुल बाबा, वैदिक रिपु शास्त्री, वैदिक प्रियांशु शास्त्री व वैदिक चंदन शास्त्री की ओर से यज्ञ में पूजा की जा रही है. यज्ञ के पुजारी संतोष मिस्त्री ने बताया कि यज्ञ के पहले दिन बुधवार को गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा संपन्न हुई थी, जबकि दूसरे दिन 10 अप्रैल को पंचांग पूजन, मंडप पूजन, वेदी पूजन, हवन परिक्रमा, 11 अप्रैल को वेदी पूजन, हवन, जलाधिवास, 12 अप्रैल को मंडप वेदी पूजन, हवन, अन्नाधिवास व 13 अप्रैल को मंडप वेदी पूजन, महास्नान, नगर भ्रमण, श्याधिवास का आयोजन हो चुका है. 14 अप्रैल को मंडप वेदी पूजन, प्राणप्रतिष्ठा, हवन, आरती, शिव विवाह एवं अंतिम दिन 15 अप्रैल को मंडप पूजन, हवन, यज्ञ पूर्णाहुति, भव्य भंडारा और विदाई का कार्यक्रम किया जाना सुनिश्चित है.सुख-समृद्धि के लिए किया जाता है शिव शक्ति महायज्ञ
यज्ञ पूजक आचार्य अंकित बाबा ने बताया कि शिव शक्ति महायज्ञ का महत्व सुख-समृद्धि के लिए होता है. व्यक्ति के लिए यज्ञ की उपयोगिता इतनी है कि आहुति पाकर सभी देवता प्रसन्न हो जाते हैं और यजमान की कामना पूर्ण करते हैं. विधि पूर्वक इसकी संपन्नता से उसके संकल्प का फलीभूत होने का विश्वास पूरा हो जाता है. कार्य की पूर्ति से देवताओं से जोड़ना भी सोद्देश्य है. इस विराट रचयिता का नाम ब्रह्मा है, अर्थात प्रजापति ब्रह्मा ने आदि यज्ञ से ही प्रजा को रचा. यज्ञ से ही इच्छित भोग प्राप्त हो सकता है और यज्ञ के द्वारा देवताओं की आराधना करने पर मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है