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दो दिनों में एक भी निबंधन नहीं

लाइसेंस रद्द कर दिये जाने के बाद दस्तावेज नवीसों में काफी रोष है. लाइसेंस रद्द होने के बाद दस्तावेज नवीस बेरोजगार हो गये हैं. ऐसे में मंगलवार को निबंधन कार्यालय खुले रहने के बाद भी कोई काम नहीं हुआ. नवादा (सदर) : प्रदेश के निबंधन महानिरीक्षक की ओर से सूबे के सभी दस्तावेज नवीसों के […]

लाइसेंस रद्द कर दिये जाने के बाद दस्तावेज नवीसों में काफी रोष है. लाइसेंस रद्द होने के बाद दस्तावेज नवीस बेरोजगार हो गये हैं. ऐसे में मंगलवार को निबंधन कार्यालय खुले रहने के बाद भी कोई काम नहीं हुआ.
नवादा (सदर) : प्रदेश के निबंधन महानिरीक्षक की ओर से सूबे के सभी दस्तावेज नवीसों के लाइसेंस रद्द कर दिये जाने के बाद नवीस संघों में काफी रोष देखा जा रहा है. लाइसेंस रद्द होने के बाद दस्तावेज नवीसों के समक्ष बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. विभाग द्वारा मॉडल डीड पेपर पर निबंधन कार्य शुरू करने की योजना के बाद दूसरे दिन भी निबंधन कार्यालय में भूमि व मकानों का निबंधन संबंधी कार्य नहीं हो पाया है. ऐसे में मंगलवार को निबंधन कार्यालय खुले रहने के बाद भी कोई काम नहीं हुआ. कोई भी व्यक्ति अपने जमीन व मकान का मॉडल डीड पर निबंधन कराने नहीं पहुंचे. कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा. कार्यालय में सभी कर्मचारी व कंप्यूटर ऑपरेटर आये तो जरूर परंतु निबंधन के लिए काेई भी कागजात नहीं आने से वे बैठे रहे.
नयी प्रक्रिया से विभाग में भी होगी परेशानी : निबंधन विभाग की ओर से जमीन व मकानों के निबंधन में नयी प्रक्रिया से विभाग में लोगों को काफी परेशानी होगी. पहले लोग निबंधन कराने के लिए सीधे तौर पर दस्तावेज नवीस का सहारा लेते थे. नयी व्यवस्था के बाद क्रेता विक्रेता को निबंधन कराने के लिए विभाग के मे आइ हेल्प यू के काउंटर पर संपर्क करना होगा. जहां 10 रुपये का भुगतान कर मॉडल डीड फॉर्म प्राप्त हो पायेगा. इसमें क्रेता विक्रेता को निबंधन से संबंधित सभी जानकारी देनी होगी. मे आइ हेल्प यू काउंटर पर ही उसे जमा करने के बाद संबंधित राशि का बैंक चलान जमा करने को कहा जायेगा.
क्रेता को अब खुद ही बैंक चलान जमा करना पड़ेगा. इस व्यवस्था के बाद निबंधन कार्य के लिए स्टांप पेपर की अनिवार्यता समाप्त कर दी गयी है. लोगों को अब निबंधन कराने के लिए स्टांप वेंडर से स्टांप की खरीदारी नहीं करनी पड़ेगी, परंतु जो लोग स्टांप पर ही अपना निबंधन कराना चाहते है. उन्हें पहले पेज पर स्टांप लगेगा. शेष कागजों पर स्टांप की जरूरत नहीं होगी. इस प्रक्रिया के बाद स्टांप वेंडरों के व्यवसाय पर भी प्रतिकूल असर पड़ेगा.
विभाग में 27 कर्मचारियों की क्षमता के बजाय मात्र 13 कर्मचारियों से कार्य लिया जा रहा है. सरकार की नयी व्यवस्था से मे आइ हेल्प यू काउंटर पर कम से कम चार कर्मचारियों की आवश्यकता होगी. विभाग के पास वर्तमान समय में खुद ही कर्मचारियों की कमी है. ऐसे में नयी व्यवस्था के तहत कार्यों का निबटारा किस कदर होगा, यह तो भविष्य के गर्भ में है.
दो दिनों में बिके मात्र 16 मॉडल डीड पेपर : सोमवार से मॉडल डीड पेपर पर निबंधन प्रक्रिया शुरू होने के बाद दो दिनों में महज 16 मॉडल डीड पेपर ही बिक पाये है. मे आइ हेल्प काउंटर पर तैनात कर्मचारी गोखुल प्रसाद ने बताया कि पहले दिन 11 मॉडल डीड पेपर बिके व दूसरे दिन महज पांच लोगों ने मॉडल डीड पेपर की खरीदारी की. परंतु सबसे दुखद स्थिति है कि 16 मॉडल डीड पेपर में से कोई भी डीड निबंधन के लिए नहीं आया. यह स्थिति रही तो विभाग को प्रतिदिन लाखों रुपये राजस्व की क्षति होगी.
सूना रहा दस्तावेज नवीसों का स्थल : सोमवार को निबंधन महानिरीक्षक द्वारा प्रदेश भर के लगभग 42 हजार दस्तावेज नवीसों का लाइसेंस रद्द कर दिये जाने के बाद नवादा में दस्तावेज नवीसों का सरिस्ता खाना सूना पड़ा रहा.
प्रतिदिन सुबह से ही गुलजार रहने वाला सरिस्ता खाना में निबंधन कराने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से कई लोग आये, परंतु लोगों के समक्ष अपनी मजबुरियां बताकर दस्तावेज नवीस उन्हें वापस लौटा रहे थे. जिला मुख्यालय में 120 लाइसेंसी दस्तावेज नवीस लाइसेंस रद्द होने के बाद खुद को लाचार व असहाय महसूस कर रहे थे.

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