नवादा : गरीब परिवारों को बंधुआ मजदूर बना कर कामगार के रूप में काम कराने की शिकायत के बाद स्थिति का जायजा लेने मानवाधिकार आयोग के स्पेशल रिपोटियर विनोद अग्रवाल जिला मुख्यालय पहुंचे.
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मानवाधिकार आयोग के अधिकारियों ने महादलित परिवारों का जाना हालचाल
नवादा : गरीब परिवारों को बंधुआ मजदूर बना कर कामगार के रूप में काम कराने की शिकायत के बाद स्थिति का जायजा लेने मानवाधिकार आयोग के स्पेशल रिपोटियर विनोद अग्रवाल जिला मुख्यालय पहुंचे. गुरुवार को परिसदन में जिले के आला अधिकारियों के साथ बैठक करके पकरीबरावां प्रखंड के केसौरी गांव की स्थिति को जाना व […]
गुरुवार को परिसदन में जिले के आला अधिकारियों के साथ बैठक करके पकरीबरावां प्रखंड के केसौरी गांव की स्थिति को जाना व संबंधित पीड़ित परिवारों से भी बातचीत कर उनकी स्थिति का जायजा लिया. केसौरी गांव में मांझी परिवार के लगभग 35 परिवार वर्षों से रहते आ रहे हैं.
आजीविका के लिए इन्हें आस-पास के किसानों के यहां मजदूरी करते थे. पिछले वर्ष गांववालों ने मजदूरी करने से मना करते हुए खुद अलग से काम करने की बात कही थी इसके बाद मारपीट व धमकी आदि देने की घटना हुई थी. मामले को स्थानीय लोगों व स्वयंसेवी संस्थानों द्वारा उठाये जाने के बाद मानवाधिकार आयोग नयी दिल्ली तक पहुंचाया गया था.
इसी पर पहल करते हुए मानवाधिकार के अधिकारी गांव आकर स्थित का जायजा लिया. अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये.
अधिकारी दिखे चौकस
केसौरी गांव के पीड़ित परिवार कहीं किसी राज को आयोग के अधिकारी के सामने नहीं खोल दे इसके लिए प्रखंड से लेकर जिलास्तर के अधिकारी गांववालों की हर बात को मानने को तैयार दिख रहे थे. परिसदन के बाहर ही जरूरतमंद गांववालों को जॉब कार्ड, पेंशन कार्ड व अन्य सुविधाएं दिलाने के लिए लिस्ट को तैयार करके तत्काल सुविधा दिलाने के लिए अधिकारी तत्पर दिखे.
यदि प्रशासन के अधिकारी पहले से इन सरकारी सुविधाओं को गांववालों तक पहुंचा दिये होते, तो परिसदन के आगे का नजारा इस प्रकार का नहीं रहा होता. इस संबंध में जानकारी लेने के लिए एडीएम ओम प्रकाश को मोबाइल नंबर 9473191257 पर फोन कर जानकारी लेने का प्रयास किया गया. लेकिन, बीएसएनएल का सर्बर फेल होने के कारण उनसे बातचीत नहीं हो सकी.
गांववालों को सुविधा दिलाने की पहल
केसौरी गांव के लोगों को जिला प्रशासन द्वारा हर संभव जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है. गुरुवार को गांववालों से बातचीत करके उनके जॉब कार्ड बनवाने, पेंशन व अन्य सुविधाओं का लाभ दिलाने, गांव में पीने के लिए पेयजल की सुविधा, सामुदायिक भवन व महादलित परिवारों को जमीन देकर आवास योजना से जोड़ने का आश्वासन दिया गया. ग्रामीण कारी देवी पति कपिल मांझी, सुखदेवी मांझी, राजो मांझी, रधिया देवी आदि ने कहा कि पहले की अपेक्षा अब शांति है कोई मजदूरी के लिए दबाव नहीं देता है.
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