नवादा नगर : जिले में पाक रमजान की शुरुआत पर दो विचारधाराओं के बीच तिथि को लेकर मतभेद है. रमजान में रोजे की शुरुआत गुरुवार से बहावी संप्रदाय को माननेवाले मुसलमानों ने कर दी है. जबकि, सुन्नी विचारों को माननेवाले शुक्रवार से रोजा शुरू करेंगे. यह जानकारी खानकाह अफजलिया के मौलाना अरशद अफजली ने दी. मौलाना साहब ने कहा कि पाक रमजान की शुरुआत 29 को चांद देखने के बाद की जाती है. इमारते शरिया द्वारा पुख्ता प्रमाण के बिना बुधवार को चांद दिखने की घोषणा कर बहावी सोच को माननेवालों के लिए रोजे की इजाजत दे दी.
जबकि 29 की चांद बिहार सहित आस-पास के किसी भी राज्यों में दिखायी नहीं देने के कारण 30वीं के बाद यानि शुक्रवार से सुन्नी विचारों को माननेवाले लोग रोजा रखेंगे. उन्होंने कहा कि चांद देखने की पुख्ता सूचना नहीं मिलने पर रोजा शुरू करना उचित नहीं है. जल्दबाजी में रोजा शुरू करने से बेहतर है कि खुद की आंखों से चांद देखने के बाद रोजा शुरू किया जाये. इधर, हाट पर मिर्जापुर, अंसारनगर, मिरदाहटोली सहित अन्य मुहल्लों में गुरुवार से ही रोजा रखनेवालों की संख्या अधिक दिखी. सुबह में सेहरी व शाम में इफ्तार के लिए उत्साह के साथ लोगों ने भाग लिया.