नवादा : प्राइवेट व निजी क्लिनिक और प्राइवेट स्कूलों को लेकर सीपीएम कार्यालय में जन संघर्ष मोर्चा की बैठक आयोजित की गयी. इसकी अध्यक्षता नरेश चंद्र शर्मा ने की. इस बैठक में सर्वसम्मति से शिक्षा व स्वास्थ्य के नाम पर संचालकों द्वारा खुलेआम लूट व गरीब जनता की शोषण की कड़ी निंदा की गयी. वक्ताओं ने स्पष्ट रूप से कहा कि आज स्कूल संचालक पढ़ाई कम व्यापारी ज्यादा हो गये. निजी क्लिनिकवालों का भी यही हाल है़ इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए़ सरकार सरकारी स्कूल की शिक्षा सुधारने की जगह वहां के शिक्षकों को तरह-तरह की सरकारी योजना के क्रियान्वयन में लगा कर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. सरकार अपनी मूलभूत समस्याएं शिक्षा स्वास्थ्य बिल्कुल विमुख हो गयी है.
सरकार शिक्षा के लिए जनता को प्राइवेट स्कूल तथा स्वास्थ्य के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल के सहारे शोषण के लिए जनता को छोड़ दी है. जहां हॉस्पिटल खुद बीमार है, तो वह किसका इलाज करेगी. सर्वसम्मति से शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर निम्न नौ सूत्री समस्याओं को लेकर 14 मई को जिला समाहर्ता से मिल कर निजी स्कूलों में बार-बार नामांकन फीस लेना बंद करें, स्कूल किताब और ड्रेस का व्यापार बंद करें, प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति कर उसे वेबसाइट पर लोड करें, एनसीईआरटी की सस्ती किताबें छात्रों को उपलब्ध कराएं, सभी प्राइवेट स्कूल की ग्रेडिंग कर छात्रों की फीस तय करें. सभी प्राइवेट स्कूलों में गर्मी की छुट्टी का फीस लेना बंद करें आदि मांग की जायेगी़ मांगों को 15 दिनों के अंदर समुचित कार्रवाई प्रशासन द्वारा नहीं की गयी तो आंदोलन होगा. बैठक में मोर्चा के सचिव अनिल मेहता, दिनेश कुमार अकेला, उमेश यादव, रवींद्र आदि थे.