बिहारशरीफ : परंपरागत पुलिसिंग में थोड़ा बदलाव किया जा रहा है. इसका सीधा फायदा अमनपसंद लोगों तक पहुंचे इसकी तैयारी भी पूरी कर ली गयी है. अपराधियों की घेराबंदी को लेकर नालंदा पुलिस अपनी रचनात्मक शक्तियों और विकसित कर कई सौगात जिवासियों को देने जा रही है. पुलिस मुख्यालय द्वारा तैयार ब्ल्यू प्रिंट उक्त तथ्यों की वकालत करता है.
एक सप्ताह के भीतर इससे संबंधित एक प्रस्ताव सरकार व बिहार पुलिस मुख्यालय को भेजे जा रहे हैं. इसकी आधिकारिक पुष्टि नालंदा के पुलिस अधीक्षक विवेकानंद ने की है. सरकार की ओर प्रस्ताव को हरी झंडी मिलते ही नालंदा जिला सेफ जोन में शुमार हो जायेगा. नालंदा पुलिस द्वारा सरकार को भेजे जानेवाले प्रस्ताव में सीआरपीएफ व एसटीएफ बल की मांग की गयी है़
इसके अलावा हाइवे को विशेष सुरक्षा चक्र से जोड़ने को लेकर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस वाहन की मांग की गयी है. सरकार को भेजे जानेवाले संभावित प्रस्ताव में जिले के नक्सलग्रस्त क्षेत्रों की सुरक्षा को विशेष तरजीह दी गयी है. नालंदा जिले के सभी पहाड़ी क्षेत्र व जंगली इलाके की सुरक्षा को लेकर विशेष बल की मांग की गयी है.
जिले को सुरक्षा कवच से बांधने को लेकर वैसे थाने व ओपी को रेखांकित किया जा रहा है, जहां आपराधिक घटनाएं ज्यादा घटती हैं, वैसे थाने व ओपी में बल की संख्या बढ़ायी जायेगी. वैचारिक विभाजन को लेकर उत्पन्न होनेवाली हिंसा की रोकथाम को लेकर जिले के सभी पुलिस ऑफिसर्स को विशेष दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं.
अपराध जगत से जुड़ी पुरानी फाइलों का होगा अध्ययन : पुलिस अपराध जगत से जुड़ी पुरानी फाइलों का अध्ययन कर रही है. इसमें मुख्य रूप से वैसे अपराधियों के नामों को अंडर लाइन किया जा रहा है, जो कभी फिरौती को लेकर अपहरण, बैंक डकैती, सड़क लूट, हत्या व जघन्य आपराधिक घटनाओं में अपनी संलिप्तता रखते थे. पुलिस वैसे लोगों की वर्तमान गतिविधियां, उनके संपर्क व अन्य क्रियाकलापों की जानकारी रख रही है