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इस्लामपुर के भोलापुर में कालाजार के मरीजों की संख्या बढ़ी, अबतक चार मरीजों की मौत
बिहारशरीफ/इस्लामपुर : कालाजार के वाहक रहे बालू मक्खी को नष्ट करने के लिए भले ही जिला स्वास्थ्य महकमा द्वारा पिछले 15 फरवरी से अभियान चलाकर डीडीटी का छिड़काव कराया जा रहा हो, लेकिन हकीकत यही है कि जिले के इस्लामपुर प्रखंड के संडा पंचायत के महादलित टोला भोलापुर में इस बीमारी से पीड़ित रहे चार […]
बिहारशरीफ/इस्लामपुर : कालाजार के वाहक रहे बालू मक्खी को नष्ट करने के लिए भले ही जिला स्वास्थ्य महकमा द्वारा पिछले 15 फरवरी से अभियान चलाकर डीडीटी का छिड़काव कराया जा रहा हो, लेकिन हकीकत यही है कि जिले के इस्लामपुर प्रखंड के संडा पंचायत के महादलित टोला भोलापुर में इस बीमारी से पीड़ित रहे चार मरीजों की मौत हो चुकी है.
हैरत की बात यह है कि अभी भी इस टोले में करीब तेरह लोग पीड़ित हैं,जिसमें से पांच की स्थिति नाजुक बनी है. हालांकि टोले में कालाजार फैलने की सूचना पर हरकत में आये स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी बचाव के लिए कई कारगर चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने की बात तो कह रहे हैं, लेकिन ग्रामीणों की मानें तो उनलोगों को बेहतर चिकित्सा नहीं दी जा रही है.
कालाजार के मरीज
भोलापुर महादलित टोले में कालाजार से सविता देवी, जालिम मांझी, चांदमुनी देवी, धनवंती देवी, धर्मेद्र कुमार, सुनील कुमार, भानु कुमार, पुनिया देवी, चुन्नू मांझी, राघवेंद्र कुमार, गीता देवी, मुकेश कुमार एवं कुसुमी कुमारी प्रभावित हैं. इसमें पांच लोगों की नाजुक हालत को देखते हुए उनलोगों को बेहतर चिकित्सा के लिए राजेंद्र मेमोरियल चिकित्सा अनुसंधान, पटना भेजा गया है,जबकि शेष का इलाज गांव में ही मेडिकल टीम की देखरेख में किया जा रहा है.
पांच को भेजा गया आरएमआइसी :
कालाजार से प्रभावित तीन वर्षीया कुसुमी कुमारी, 55 वर्षीय जालिम मांझी, 60 वर्षीया चांद मुनी देवी, 12 वर्षीय सुनील कुमार एवं 30 वर्षीया सविता देवी की नाजुक स्थिति को देखते हुए आरएमआइसी,पटना में भरती कराया गया है. इस्लामपुर पीएचसी के प्रभारी ने दूरभाष पर बताया कि इन सभी को शुक्रवार की दोपहर दो बजे बेहतर इलाज के लिए पटना भेज दिया गया है. भोलापुर टोले में कालाजार से बुरी तरह प्रभावित रहे चार व्यक्ति की मौत हो गयी. ग्रामीण मोती पासवान ने बताया कि कालाजार से अब तक इस टोले में चार लोगों की मौत हो चुकी है. उन्होंने बताया कि मृतकों में 40 वर्षीय रामचंद्र मांझी, 38 वर्षीया धौली देवी, 50 वर्षीय राजेश्वर मोची एवं 60 वर्षीय भोला पासवान शामिल हैं.
इलाज के नाम पर खानापूर्ति :
भोलापुर में कालाजार से मौत की नींद सो चुके 40 वर्षीय रामचंद्र मांझी की पत्नी लालती देवी ने बताया कि गांव में दो – तीन माह से कालाजार का प्रकोप था. बावजूद कोई भी मेडिकल टीम नहीं पहुंची. इधर, जब इस बीमारी से करीब डेढ़ दर्जन लोग ज्यादा प्रभावित हो गये तो पिछले बुधवार को एक स्वास्थ्य कार्यकर्ता बच्चन चौधरी खोज – खबर लेने पहुंचा लेकिन एक भी मेडिकल टीम इस टोले में नहीं पहुंच सका है. इधर, इस्लामपुर पीएचसी के प्रभारी शैलेंद्र कुमार ने दूरभाष पर बताया कि गांव में कालाजार से प्रभावित रहे लोगों की बेहतर चिकित्सा के लिए हरेक दिन मेडिकल टीम पहुंच कर प्रभावित लोगों के इलाज में जुटा है.
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