पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बिहारशरीफ स्थित हिरण्य पर्वत पर पर्यटन के विकास की संभावना को लेकर निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने संपूर्ण पहाड़ी के कैचमेंट एरिया के वर्षा जल को चेकडैम बनाकर पहाड़ी के ऊपर ही संचित एवं संरक्षित करने की संभावना पर कार्ययोजना बनाकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री को बताया गया कि नगर निगम बिहारशरीफ द्वारा पहाड़ी के ऊपर सोलर प्लांट लगाने की भी कार्ययोजना बनायी गयी है, इस दिशा में आगे की कार्रवाई की जायेगी.
मुख्यमंत्री ने पहाड़ी पर निर्मित चिल्ड्रेन पार्क एवं अन्य संरचनाओं का भी बारीकी से निरीक्षण किया. उन्होंने पहाड़ी पर निर्मित आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा संरक्षित इब्राहिम मलिक वया के मकबरे का भी अवलोकन किया. यहां उन्होंने प्रदेश में अमन-चैन एवं विकास के लिए दुआ की.
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बिहार में जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरुआत हो चुकी है. इस अभियान के तहत पर्यावरण एवं जल संरक्षण को लेकर आनेवाले दिनों में व्यापक स्तर पर अनेक महत्वपूर्ण कार्य किये जायेंगे. हमें पता चला है कि यहां पर बहुत लोग आते हैं. इसके विकास के लिए जो कुछ करना है, करेंगे. इसको और ऐसा बना दिया जायेगा कि सब जगह के लोग यहां आएं.
इस मौके पर मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह, प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, नगर आयुक्त सौरभ जोरवाल, बिहारशरीफ नगर निगम की मेयर वीणा देवी, उप मेयर शर्मीली परवीन सहित अन्य पदाधिकारी एवं आम लोग उपस्थित थे.