हिलसा (नालंदा) : जदयू नेता की हिरासत में मौत के मामले में शनिवार को नाटकीय मोड़ आ गया. जिस अपह्त युवती को लेकर इतना बवाल मचा वह शनिवार को कोर्ट पहुंच गयी व अपना बयान दर्ज कराया . युवती ने कहा कि मुझे कोई कहीं नहीं ले गया था. करीब एक माह पहले वह खुद चेन्नई चली गयी थी.
इसी अपहरण के मामले में युवती के पिता नरेश साव ने नगरनौसा थाने में बीते 11 जून को प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसी के आधार पर पुलिस ने जदयू नेता गणेश रविदास को 10 जुलाई को नगरनौसा के सैदपुरा गांव से उठाकर थाना लाया था. लेकिन 11 जुलाई को गणेश की मौत हो गयी.
इसके बाद भीड़ ने नगरनौसा बाजार में सड़क जाम, हंगामा, आगजनी व थाने का घेराव कर रोड़ेबाजी कर दी थी. गणेश रविदास की हत्या का मामला बिहारशरीफ एससीएसटी थाने में दर्ज कराया गया. इसके बाद शुक्रवार को नगरनौसा के थानाध्यक्ष कमलेश सिंह, जमादार बलिंद्र राय व चौकीदार संजय को गिरफ्तार कर लिया गया था.
शनिवार को अधिवक्ता के माध्यम से कोर्ट पहंची युवती का बयान कराने नगरनौसा थाने से अनुसंधानक हिलसा पहुंचे. अनुसंधानक के आवेदन पर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी सिकंदर पासवान के समक्ष युवती ने अपना बयान कमलबद्व कराया. बंद कमरे में युवती ने क्या बयान दिया, इसका अाधिकारिक तौर पर खुलासा नहीं किया गया. युवती के अधिवक्ता रंजीत कुमार ने पूछने पर बताया कि न्यायालय के समक्ष युवती ने कहा कि मुझे कोई कहीं नहीं ले गया था. करीब एक माह पहले मैं खुद चेन्नई चली गयी थी.
चेन्नई में मुझे पता चला कि थाने में केस हो गया तो मैं कोर्ट पहुंची. ‘अब कहां जाना चाहती है’ जैसे सवाल कोर्ट द्वारा पूछे जाने पर युवती ने कहा कि उम्र की जांच के बाद बताऊंगी. जबाब सुन कोर्ट ने मामले के अनुसंधानक को युवती की मेडिकल जांच कराने का आदेश दिया.