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ब्रांडेड कंपनी की डीवीडी तैयार करते दो धराये

भारी मात्रा में कंप्यूटर के उपकरण जब्त काफी दिनों से चल रहा था धंधा बिहारशरीफ : लहेरी थाना पुलिस ने क्षेत्र के रामचंद्रपुर के दो स्थानों से एक ब्रांडेड कंपनी की नकली सीडी व डीवीडी तैयार करते दो लोगों को गिरफ्तार किया है. दोनों के पास से करीब 200 से उपर सीडी डीवीडी सहित भारी […]

भारी मात्रा में कंप्यूटर के उपकरण जब्त

काफी दिनों से चल रहा था धंधा
बिहारशरीफ : लहेरी थाना पुलिस ने क्षेत्र के रामचंद्रपुर के दो स्थानों से एक ब्रांडेड कंपनी की नकली सीडी व डीवीडी तैयार करते दो लोगों को गिरफ्तार किया है. दोनों के पास से करीब 200 से उपर सीडी डीवीडी सहित भारी मात्रा में कंप्यूटर के उपकरण बरामद किये गये हैं. पुलिस की यह कार्रवाई बुधवार की संध्या गुप्त सूचना के बाद की गयी. लहेरी थाना पुलिस ने बताया कि टी- सीरीज कंपनी के वरीय अधिकारियों द्वारा सूचना दी गयी थी. थाना क्षेत्र के रामचंदपुर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कंपनी की नकली डीवीडी व सीडी तैयार किया जा रहा है. सूचना के बाद जब इस बात की तफ्तीश की गयी तो मामला सत्य पाया गया.
कंपनी के कार्यपालक अभियंता मनोज कुमार ने बताया कि इस बात की पूरी जानकारी उनके द्वारा नालंदा के पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार पोरिका को उपलब्ध करायी गयी थी. एसपी के निर्देश पर लहेरी थानाध्यक्ष संतोष कुमार के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा थाना क्षेत्र के रामचंद्रपुर स्थित गायत्री नगर मोहल्ले से सैना प्रसाद के पुत्र अविनाश कुमार व बंटी मोबाइल स्टोर से बंटी कुमार नामक को भारी मात्रा में उक्त उपकरणों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया.
दोनों के पास से पुलिस से चार हार्ड डिस्क,एक लेपटॉप,दो कंप्यूटर मॉनिटर सहित कंप्यूटर से जुड़े कई उपकरण बरामद किये हैं. थानाध्यक्ष ने बताया कि दोनों से इस संबंध में विशेष पूछताछ की जा रही है. कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि नकली सीडी व डीवीडी तैयार करने का यह कार्य काफी दिनों से चल रहा था. तैयार सीडी व डीवीडी को नालंदा के दूसरे स्थानों पर बेचा जाता था.
एटीएम बूथों पर नहीं हैं सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
जिले की 158 एटीएम में सुरक्षा मानक पूरा नहीं
कई एटीएम पर नहीं दिखते सुरक्षा गार्ड
खराब रहते हैं सीसीटीवी
बिहारशरीफ. अपने-अपने ग्राहकों को बेहतर बैंकिंग की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राष्ट्रीयकृत बैंकों व प्राइवेट बैंकों द्वारा जिले में जगह-जगह एटीएम खोले गये हैं.
नालंदा में विभिन्न बैंकों के करीब 158 एटीएम लगे हैं, मगर इनकी सुरक्षा की व्यवस्था नाकाफी हैं. कहीं एटीएम खराब है, तो कहीं एटीएम में पैसे नहीं है. कहीं एटीएम की सुरक्षा के लिए गार्ड की व्यवस्था नहीं है, तो कहीं सीसीटीवी खराब पड़े हैं. यहीं नहीं कई एटीएम पर तो सुरक्षा गार्ड भी तैनात नहीं है. ऐसे हालात का फायदा उठाकर चोर-उच्चके हाथ साफ करने की कोशिश करते रहते हैं. इन एटीएम का प्रयोग करने वाले बैंक ग्राहकों के एटीएम कार्ड बदल कर पैसे निकाल लेने की घटनाएं अक्सर घटती रहती है.
यहीं नहीं एटीएम केबिन में एक-एक कर प्रवेश करना होता है, मगर जिले के कुछ एटीएम बूथ के अंदर भी एक ग्राहक दूसरे के पीछे खड़े होकर लाइन लगाये मिलते हैं. एटीएम बूथ में चाहे जितना आदमी प्रवेश कर जाये, कोई रोकने वाला नहीं है.
एटीएम की सुरक्षा की नहीं है परवाह :
एटीएम को 24 घंटे खुला रहने की बात विभिन्न बैंकों द्वारा की जाती है, मगर ग्रामीण क्षेत्र तो छोड़ दीजिए, शहर में स्थित कुछ बैंकों के एटीएम रात में बंद हो जाते हैं. कारण बताया जाता है कि एटीएम में पैसे नहीं हैं. यह कोई एक दिन का नजारा नहीं है, अक्सर ही इसी तरह का कार्य होता है. प्रमुख बैंकों के एटीएम के पास गार्ड तैनात तो दिखते हैं, मगर वे हमेशा खाली हाथ रहते हैं. कई एटीएम के पास गार्ड न रहकर इधर-उधर घूमते फिरते दिखते हैं.
कैश वैन भी सुरक्षा के प्रति लापरवाह :
एटीएम में राशि लोड करने वाले वैन को सड़क के किनारे जहां-तहां खड़ा देखा जा रहा है. एटीएम में राशि डालने के बाद ऐसे वाहनों को सुरक्षित स्थान पर खड़ा होना चाहिए, मगर कैश वैन पर सवार लोग ही सुरक्षा को दांव पर लगा रहे हैं.
समय-समय पर पुलिस करती है सुरक्षा की समीक्षा :बैंक व एटीएम की सुरक्षा खामियों को दूर करने के लिए जिला प्रशासन के अधिकारी बैंक अधिकारियों के साथ बैठक कर इसकी समीक्षा करते रहते हैं. सुरक्षा की खामियों को दूर करने की सलाह व आश्वासन भी दिया जाता है, मगर फिर भी एटीएम की सुरक्षा व्यवस्था अब तक दुरुस्त नहीं हुई है.
इनका पालन करना जरूरी
– दिन में दो बार एटीएम बूथ की सफाई करना
– एटीएम का एयर कंडीशन चालू रखना
– सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे को हमेशा चालू रखना
– एटीएम से ट्रांजेक्शन की पर्ची निकलना
– एटीएम का दरवाजा बंद रहना
– एटीएम कक्ष में रात को पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था
– एटीएम के बाहर सुरक्षा के लिए गार्ड तैनात करना
क्या कहते हैं अधिकारी
” जिले में विभिन्न बैंकों के 158 एटीएम हैं. इन एटीएम की सुरक्षा की जिम्मेदारी संबंधित बैंकों की है. एटीएम की सुरक्षा का जिम्मा बीमा कंपनियों पर है. एटीएम में उपलब्ध कैश का बीमा करा लिये जाते हैं. इसके बाद उन एटीएम पर सुरक्षा गार्ड तक नहीं लगाये जाते हैं. निजी बैंकों एटीएम की सुरक्षा थोड़ी सख्त दिखती है”.
ए बोहरा, लीड बैंक प्रबंधक, नालंदा

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