मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत चल रहे सर्वे में अब तक 2 लाख 4 हजार लाभुकों का नाम जुड़ गया है. जो बीते बीस साल में रिकॉर्ड है. एक वित्तीय वर्ष में इतनी संख्या में आवास नहीं मिला है. नाम जोड़ने का कार्य सभी पंचायतों में चल रहा है. दो तरीके से नाम जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है. लाभुक स्वयं आवास प्लस एप से अपना नाम जुड़वा सकते हैं और दूसरा सर्वेयर गांव-गांव में घूमकर योग्य लाभुकों का चयन कर रहे हैं.प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत सरकार पात्र लाभार्थियों को मकान निर्माण के लिए ₹1.20 लाख की सहायता राशि प्रदान करती है, जो तीन आसान किस्तों में दी जाती है. सर्वेक्षण के दौरान रोजगार सेवक और पंचायत सेवक घर-घर जाकर जरूरतमंद परिवारों की पहचान करते हैं. इसके बाद, इन परिवारों के नाम प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में शामिल किया जाता है. इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थियों को अपना नाम पीएमएवाई की सूची में जांचना होगा. इसके लिए वे योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना पंजीकरण नंबर या अन्य आवश्यक विवरण दर्ज कर सकते हैं.प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत किए जा रहे इस सर्वेक्षण कार्य के माध्यम से सरकार जरूरतमंद परिवारों को आवासीय सहायता प्रदान करने और उन्हें एक सुरक्षित एवं स्थायी आश्रय उपलब्ध कराती है.
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