संवाददाता, मुजफ्फरपुर शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा से मंगलवार को आजीवन कारावास की सजा पूरी करने वाले दो बंदियों को रिहा किया गया. इसमें मन्नू राय व परमेश्वर राय शामिल हैं. जेल अधीक्षक युसूफ रिजवान ने दोनों बंदियों को अपने कक्ष में बुलाकर उनको माला पहनाकर सम्मानित किया. आगे का जीवन समाज के मुख्य धारा से जुड़कर जीने की शुभकामनाएं दी. राज्य दंडादेश परिहार परिषद की बैठक बीते 17 जुलाई को आयोजित किया गया था. बैठक में 14 साल की वास्तविक संसीमन अवधि गुजारने वाले आजीवन कारावास प्राप्त बंदियों को मुक्त किये जाने की अनुशंसा राज्य सरकार से किया गया था. इसमें सेंट्रल जेल मुजफ्फरपुर के भी दो बंदी शामिल थे. दो बंदी जेल में 14 साल की वास्तविक संसीमन अवधि व परिहार सहित 20 वर्षों की सजा काट चुके हैं. बताया जाता है कि रिहाई पाने वाले दोनों बंदियों को 16 मई 2006 को सजा सुनाई गयी थी. मन्नू राय की उम्र 58 वर्ष है. उनको अगले दो साल तक प्रत्येक माह अपने स्थानीय थाने पर जाकर हाजिरी लगानी है. परमेश्वर राय की उम्र 75 साल है. उनको थाने पर हाजिरी लगाने का आदेश नहीं दिया गया है.
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