हाइलाइट्स
पटना के युवक ने फेसबुक पर विज्ञापन देखकर स्कॉर्पियो किराये पर दी थी.
32 हजार रुपये मासिक किराया तय हुआ, एक महीने का किराया देने के बाद किया बंद.
ट्रैवल्स कंपनी का दफ्तर बंद मिला, मकान मालिक पर भी मिलीभगत का संदेह.
आरोपी ने गाड़ी बेतिया सांसद के यहां चलने की बात कहकर गुमराह किया. संवाददाता, मुजफ्फरपुर
नगर थाना क्षेत्र के बनारस बैंक चौक स्थित एक ट्रैवल्स कंपनी का दफ्तर गाड़ी मालिकों को ठगी का शिकार बना रहा है. पटना के पचमहला थाना क्षेत्र के रामपुर डुमरा निवासी नितेश कुमार ने इसी कंपनी के मालिक रवि कुमार पर अपनी स्कॉर्पियो किराये पर लेकर गायब होने का आरोप लगाते हुए नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है.
नितेश ने पुलिस को बताया कि उन्होंने फेसबुक पर रवि का विज्ञापन देखा था, जिसमें वह अपने ट्रेवल्स एजेंसी के लिए किराये पर स्कॉर्पियो लेने की बात लिखा था. संपर्क करने पर 32 हजार रुपये का मासिक किराया तय हुआ और चार साल का एग्रीमेंट भी बना. इसके बाद 21 अप्रैल को उन्होंने अपनी स्कॉर्पियो रवि को सौंप दी. मई का किराया तो रवि ने उनके बैंक खाते में जमा करा दिया, लेकिन जून और जुलाई का किराया देना बंद कर दिया. जब नितेश ने रवि से संपर्क करने की कोशिश की, तो वह गोलमोल जवाब देने लगा.दफ्तर पर मिला ताला, मकान मालिक पर भी संदेह
किराया न मिलने पर नितेश बनारस बैंक चौक स्थित ट्रैवल्स कंपनी के दफ्तर पहुंचे. वहां उन्हें ताला जड़ा मिला. मकान मालिक ने बताया कि रवि और उसके सहयोगी दफ्तर खाली कर भाग चुके हैं. नितेश ने बताया कि जब उन्होंने गाड़ी सौंपी थी, तब मकान मालिक ने भी खुद को कंपनी का अधिकारी बताकर भरोसा दिलाया था. इससे उन्हें शक है कि यह एक संगठित गिरोह का काम हो सकता है, जो किराये पर गाड़ियां लेकर उन्हें गायब कर देता है.बेतिया सांसद के यहां गाड़ी चलने की बात कह किया गुमराह
ठगी के शिकार नितेश ने पुलिस को बताया कि रवि उन्हें लगातार यह कहकर गुमराह करता रहा कि उनकी गाड़ी बेतिया सांसद के पास किराये पर चल रही है. नगर थानेदार शरत कुमार ने बताया कि नितेश की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है. दारोगा विष्णु पांडे को मामले का जांच अधिकारी बनाया गया है. पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है और आगे की कार्रवाई में जुटी है.B
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