बनेगा एक्शन प्लान
विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए जिला प्रशासन की कवायदमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
आगामी विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण व निष्पक्ष कराने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. संवेदनशील मतदान केंद्रों और उनके आसपास के इलाकों की मैनुअल मैपिंग होगी. उप निर्वाचन पदाधिकारी ने इस संबंध में सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर, एसडीओ पूर्वी व पश्चिमी, संयुक्त कर आयुक्त पूर्वी व उपायुक्त उत्पाद को पत्र लिखकर निर्देश दिये हैं. दरअसल, चुनाव के दौरान संवेदनशील व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों की पहचान करना और वहां कानून-व्यवस्था बनाए रखना अहम प्रक्रिया है. इसके लिए इन क्षेत्रों की मैपिंग की जाती है, जिससे पुलिस व अन्य सुरक्षा बलों को इन क्षेत्रों में तेजी से और प्रभावी ढंग से कार्रवाई करने में मदद मिलती है.बूथों की रिपोर्ट अबतक नहीं सौंपी
मैपिंग में इन क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति, जनसंख्या घनत्व व अन्य महत्वपूर्ण जानकारी शामिल होती है. पिछले महीने हुई बैठक में निर्वाचन कार्यालय से संवेदनशील व अतिसंवेदनशील बूथों की रिपोर्ट मांगी गयी थी, जो अब तक नहीं सौंपी गयी है. इस देरी के कारण चुनाव की तैयारियों में बाधा उत्पन्न हो रही है. उप निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है, ताकि मैपिंग का कार्य समय पर पूरा किया जा सके. चुनाव आयोग व स्थानीय प्रशासन मिलकर उन क्षेत्रों की पहचान करते हैं जहां हिंसा, गड़बड़ी या अन्य प्रकार की अशांति की संभावना होती है. यह पहचान पिछले चुनावों के दौरान हुई घटनाओं, स्थानीय राजनीतिक स्थिति व अन्य प्रासंगिक कारकों के आधार पर की जाती है. जिला प्रशासन का उद्देश्य है कि चुनाव के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके व शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित किया जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है