चांदी की चैन, बाला और छल्ला की बिक्री सोने पर भारी
– ज्योतिष आचार्य और अध्यात्म को लेकर लोगों के बीच चांदी लोकप्रिय
कुमार गौरव, मुजफ्फरपुरयुवाओं में चांदी के प्लेन चैन के साथ उसमें वह लॉकेट अपनी पसंद के अनुसार लेते है. 10- 15 से ग्राम वजन से इसकी शुरुआत हो जाती है. जिसमें रत्न से लेकर भगवान के छोटे छोटे लॉकेट होते है. बाला में प्लेन बाला से अधिक डिजाइन वाले बाले की डिमांड है, जिसमें आकर्षक डिजाइन बने होते है, ईश्वर के प्रतिक चिन्ह बने होते है. 15 – 20 ग्राम से 50 ग्राम तक बल्ले की डिमांड खूब है. विशेष ऑर्डर पर 100 से 125 ग्राम का बाला भी मंगाया जाता है. ब्रासलेट भी हल्के से वजनदार तक, कुछ में बीच में एक आकर्षक पत्थर लगा रहता है. वहीं हथेली के अंगुठे में सबसे अधिक लोग चांदी का छल्ला पहन रहे है. इसमें कोई एक तो कोई एक ही अंगुठे में दो छल्ले पहने रहते है. एक चांदी का छल्ला 3 से 4 ग्राम से शुरू हो जाता है. वहीं कई रत्न होते है जो सोने की महंगाई के कारण लोग चांदी में धारण करते है. लेकिन मोती की अंगुठी सभी लोग चांदी में ही पहनते हैं.
सर्राफा संघ के महामंत्री विश्वजीत कुमार ने बताया कि हाल के दिनों में चांदी के ज्वैलरी की मांग बढ़ी है. लोग इसे शांति का प्रतीक मानते हैं और ज्योतिष आचार्य के द्वारा चांदी पहनने की सलाह दी जाती है. इस कारण लोगों के बीच चांदी की डिमांड हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

