फोटो माधव 21 वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल की व्यवस्था बुधवार को पूरी तरह से पटरी से उतर गयी. सुबह 9 बजे से लगभग डेढ़ घंटे तक रजिस्ट्रेशन सर्वर ठप रहने के कारण मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. पर्चा नहीं कट पाने से इलाज की प्रक्रिया बाधित रही, जिससे लंबी कतारों में खड़े मरीजों ने जमकर हंगामा किया. कई मरीजों ने बताया कि वे सुबह से काउंटर पर खड़े थे, लेकिन सिस्टम काम नहीं कर रहा था. करीब डेढ़ घंटे बाद सर्वर चालू होने पर पर्चा बनना दोबारा शुरू हो सका. वहीं, शाम को सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार ने मदर एंड चाइल्ड हेल्थ (एमसीएच) विभाग का औचक निरीक्षण किया. शाम 4 से 6 बजे तक चलने वाली ओपीडी की पाली में जब सिविल सर्जन लगभग 5 बजे पहुंचे, तो डॉक्टरों की कुर्सियां खाली मिलीं और मरीज कतारों में बैठे डॉक्टर का इंतजार करते दिखे. डॉक्टरों की अनुपस्थिति से मरीज काफी नाराज नजर आए. दरअसल, मरीजों ने सिविल सर्जन से शाम की ओपीडी में डॉक्टरों के देर से आने की शिकायत की थी, जिसके बाद उन्होंने एमसीएच का निरीक्षण करने का निर्णय लिया. मौके पर स्थिति देखने के बाद डॉ. अजय कुमार ने तत्काल अस्पताल अधीक्षक डॉ. बाबू साहब झा से फोन पर बात की और वैकल्पिक डॉक्टर की व्यवस्था करने का निर्देश दिया. इसके साथ ही, उन्होंने अनुपस्थित महिला डॉक्टर से स्पष्टीकरण तलब करने का भी आदेश दिया. निरीक्षण के दौरान जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुधीर कुमार और प्रबंधक प्रवीण कुमार भी सिविल सर्जन के साथ मौजूद थे. निरीक्षण के पश्चात सिविल सर्जन ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सदर अस्पताल जैसी महत्वपूर्ण स्वास्थ्य इकाई में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने अधीक्षक को सख्त निर्देश दिया कि ओपीडी में डॉक्टरों की उपस्थिति हर हाल में सुनिश्चित की जाए और तकनीकी समस्याओं का स्थायी समाधान निकाला जाए, ताकि मरीजों को असुविधा न हो.
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