वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर द इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) मुजफ्फरपुर लोकल सेंटर द्वारा सोमवार को एमआइटी परिसर में 58वां इंजीनियर्स डे मनाया गया. यह आयोजन भारत रत्न सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की 164वीं जयंती को समर्पित था. इस वर्ष का थीम “डीप टेक और इंजीनियरिंग उत्कृष्टता: भारत के तकनीकी दशक को गति देना” रखा गया. कार्यक्रम का संचालन सिविल विभाग के डॉ. विजय कुमार ने किया. मुख्य अतिथि के रूप में कोल इंडिया के पूर्व मुख्य अभियंता ई. एसके मिश्रा और अतिथि-ए-विशेष के रूप में आरसीडी मुजफ्फरपुर के कार्यपालक अभियंता गणेश जी मौजूद थे. स्वागत भाषण चेयरमैन डॉ. आरपी गुप्ता ने दिया. प्राचार्य डॉ. एमके झा ने कहा कि सर विश्वेश्वरैया का योगदान उद्योगों और समाज के लिए अमूल्य है और इंजीनियरिंग विज्ञान को आगे ले जाने का मार्ग है. एसपी श्रीवास्तव ने डीप टेक्नोलॉजी को एआइ और क्वांटम कंप्यूटिंग से जोड़ते हुए कहा कि आने वाला दशक तकनीक का होगा. वहीं, संयुक्त सचिव ई. पीआर भारद्वाज ने डीप टेक्नोलॉजी, ब्लॉकचेन, ग्रीन इंजीनियरिंग और स्टार्टअप इंडिया को भारत की वैश्विक शक्ति बनने की कुंजी बताया. इस दौरान डॉ. अतुल कुमार, डॉ. शादाब रब्बानी, प्रो. आशीष, प्रो. विजय कुमार, प्रो. शहजाद अहसन उपस्थित थे.
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