स्वास्थ्य विभाग ने सभी पीएचसी प्रभारियों को जारी किये निर्देश
उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुरस्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशानुसार एइएस से पीड़ित बच्चों को अस्पताल पहुंचाने के लिए किराया तय किया गया था, जो भी व्यक्ति अपने वाहन से बच्चे को अस्पताल पहुंचाएंगे, उन्हें तत्काल अस्पताल के प्रभारी दूरी के हिसाब से किराया दे देंगे. हालांकि बच्चे को अस्पताल पहुंचाते समय यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा था कि बच्चे एइएस से पीड़ित हैं या अन्य बीमारी से. इससे गाइडलाइन के हिसाब से किराया देने में परेशानी हो रही थी. अब विभाग ने निर्देश दिये हैं कि बीमार बच्चों को अस्पताल लेकर आने वालों को एइएस की पुष्टि के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा.उन्हें तत्काल ही किराया दे दिया जायेगा. जिले में फिलहाल बच्चों को अस्पताल पहुंचाने के लिए 2381 गाड़ियां टैग की गयी हैं.
दोपहिया वाहन से पहुंचाने पर भी मिलेगा किराया
दोपहिया वाहन से बच्चे को अस्पताल ले जाने पर भी किराया मिलेगा. जिला वेक्टर बॉर्न डिजीज कंट्रोल पदाधिकारी डॉ सुधीर कुमार ने बताया कि दोपहिया वाहन टैग नहीं किया गया है, लेकिन कोई बाइक से किसी बीमार बच्चे को अस्पताल लेकर आता है तो उसे भी दूरी के हिसाब से 400 से एक हजार रुपये तक किराया मिलेगा. इसके लिए सभी पीएचसी प्रभारियों को निर्देशित किया गया है. हमलोगों की कोशिश है कि किसी भी बच्चे में बीमारी के लक्षण हों तो उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया जाये. जिससे इलाज में देरी नहीं हो.
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