वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर तिरहुत प्रमंडल में नीलामवादों के निष्पादन की स्थिति बेहद खराब है. बार-बार वरीय अधिकारियों द्वारा तेजी से कार्रवाई के निर्देश दिये जाने के बावजूद नीलामपत्र पदाधिकारियों की उदासीनता के कारण यह स्थिति बनी हुई है. हाल ही में राजस्व परिषद की समीक्षा बैठक में भी इस पर गंभीर चिंता जतायी गयी थी. इसी कड़ी में आयुक्त ने सभी समाहर्ताओं को पत्र भेजकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि नीलामपत्र पदाधिकारियों द्वारा निर्देशों के अनुसार वादों का निष्पादन नहीं करना गंभीर लापरवाही है. वसूली की कमजोर स्थिति पर नाराजगी जताते हुए आयुक्त ने सात बिंदुओं पर टास्क तय किया है और इसकी रिपोर्ट भी मांगी है. निर्देशों के अनुसार सभी पदाधिकारी अपने पास लंबित 50 सबसे पुराने वादों का पहले निष्पादन कराएँ. इसके अलावा वादों को उनकी राशि और संख्या के आधार पर अनुपातिक रूप से वितरण करने का आदेश दिया गया है. आयुक्त ने विशेष तौर पर कहा है कि अधिकतम राशि वाले वादों का प्राथमिकता के आधार पर एक माह के अंदर निष्पादन सुनिश्चित हो. सभी समाहर्ताओं को सप्ताह में कम-से-कम दो दिन स्वयं समीक्षा करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही, एसएसपी और एसपी के माध्यम से बॉडी वारंट और डिस्ट्रेस वारंट भेजने तथा इसकी नियमित समीक्षा करने को भी कहा गया है.
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