वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर यात्री बस किराये में दस प्रतिशत बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष उदय शंकर प्रसाद सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. जिसमें कहा है कि प्रत्येक साल रोड टैक्स और टोल टैक्स में वृद्धि हो रही है. वहीं मोटर पार्टस में भी हर साल बढ़ोत्तरी हो रही है उसके अनुपात में किराया नहीं बढ़ाया जा रहा है. वहीं मनमाने ढंग से यात्री गाड़ियों पर जुर्माना किया जा रहा है. जिससे हम ट्रांसपोर्टरों को अपने व्यवसाय में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की बसों पर जुर्माना नहीं होता, लेकिन हम निजी ट्रांसपोर्टरों के बस पर मनमाने तरीके से जुर्माना होता है. ऐसे में हर साल रोड टैक्स, टोल टैक्स, मोर्टर पार्टस की कीमत में वृद्धि को देखते हुए यात्री बस किराये में दस प्रतिशत वृद्धि करने का अनुरोध किया है. साथ ही गलत ढंग से गाड़ियों पर किये जा रहे जुर्माना पर अंकुश लगाने की मांग की है. ताकि निजी ट्रांसपोर्टर सही से अपना व्यवसाय कर सके. निजी बसों के परिचालन से आमलोगों को काफी राहत होती है. प्रतिदिन पूरे बिहार में लाखों कर्मी बस से ही अपने नौकरी के लिए एक जिले से दूसरे जिले जाते आते है. इसके अलावा आम लोग अपने काम के लिए आना जाना करते है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है