:: बियाडा की ओर से कंपनी को 19.55 एकड़ जगह आवंटित हुई
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
जिले के बरियारपुर औद्योगिक क्षेत्र (सीबीजी क्लस्टर) में एक बड़ा कंप्रेस्ड बायो गैस (सीबीजी) प्लांट स्थापित होने जा रहा है. एचपीसीएल रिन्युएबल एंड ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने इस परियोजना के लिए बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (बियाडा) को आवेदन किया था जिसे स्वीकृति मिल गयी. कंपनी को 19.55 एकड़ यानी 8,51,598 वर्ग फुट भूमि के आवंटित किया गया है. सारी विभागीय प्रक्रिया पूरी होने के बाद कंपनी के महाप्रबंधक, हेमंत कुमार सिंह ने इस योजना के बारे में पूरी जानकारी दी है. इस जानकारी को पटना बियाडा के आधिकारिक पोर्टल से जारी किया गया है. विभाग की ओर से बताया गया है कि यह परियोजना राज्य के औद्योगिक विकास के साथ-साथ हरित ऊर्जा क्रांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. बता दें कि मोतीपुर औद्योगिक क्षेत्र में पहले से चार ऐसे प्लांट संचालित है. जो अलग-अलग कंपनी के है.100 लोगों को मिलेगा रोजगार
जानकारी के अनुसार इस संयंत्र में 100 करोड़ रुपये का प्रस्तावित निवेश किया जाएगा, जिससे सीधे तौर पर 100 लोगों को रोजगार मिलेगा. बताया गया कि यह न सिर्फ स्थानीय युवाओं के लिए अवसर पैदा करेगा, बल्कि बिहार को सतत औद्योगिक विकास के नक्शे पर भी एक नयी पहचान दिलाएगा. इस प्लांट के लगने से कृषि और जैविक कचरे का उपयोग करके जैव गैस का उत्पादन होगा, जिससे प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी. साथ ही, यह बिहार की स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने में भी अहम भूमिका निभाएगा.क्या है सीबीजी ( कंप्रेस्ड बायोगैस )?
सीबीजी जैविक कचरे, कृषि अवशेषों और गोबर से तैयार की जाने वाली एक प्रकार की गैस है.यह प्राकृतिक गैस (सीएनजी) की तरह ही वाहनों में ईंधन के रूप में उपयोग की जा सकती है.
सीबीजी का उत्पादन न सिर्फ प्रदूषण कम करता है, बल्कि किसानों के लिए अतिरिक्त आय का स्रोत भी बन सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

