— सोमवार को कई छात्राएं और उनके परिजन विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू कार्यालय पहुंचे
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के नये पोर्टल पर बीआरए बिहार विश्वविद्यालय से स्नातक उत्तीर्ण लगभग 48 हजार छात्राओं के आवेदन पेंडिंग बता रहे हैं. इससे प्रोत्साहन राशि का इंतजार कर रही छात्राएं और उनके अभिभावक परेशान हैं. पोर्टल पर स्टेटस चेक करने पर छात्राओं को दिख रहा है कि उनके आवेदन ””चेकर-मेकर”” (यानी विश्वविद्यालय) के स्तर पर लंबित है. इसी शिकायत को लेकर सोमवार को कई छात्राएं और उनके परिजन विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू कार्यालय पहुंचे. छात्राओं की शिकायत पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि उनके स्तर पर कोई भी आवेदन लंबित नहीं है. विश्वविद्यालय का कहना है कि उनके लॉगिन पर पेंडिंग आवेदनों की संख्या शून्य है, यानी सभी 48 हजार आवेदनों को अप्रूव्ड (स्वीकृत) किया जा चुका है.
समस्या तकनीकी गड़बड़ी के कारण
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने बताया कि यह समस्या तकनीकी गड़बड़ी के कारण आ रही है. उच्च शिक्षा निदेशालय के पोर्टल पर स्टेटस अपडेट नहीं हो पाया है, जिसके कारण छात्राओं को अभी भी आवेदन पेंडिंग दिख रहे है. विश्वविद्यालय ने इस तकनीकी गड़बड़ी की जानकारी विभाग को दे दी है और जल्द ही इसके ठीक होने की उम्मीद जताई है.87 हजार छात्राओं ने किया है रजिस्ट्रेशन
बता दें कि पिछले महीने यह नया पोर्टल सत्र 2018-21 से 2021-24 तक स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं को 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि का लाभ देने के लिए खोला गया था. अब तक इस योजना के तहत 1.32 लाख स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं के नाम अपलोड किए गए हैं, जिनमें से 30 हजार से अधिक छात्राओं को प्रोत्साहन राशि मिल चुकी है. शेष लगभग 48 हजार छात्राओं का आवेदन ही तकनीकी अपडेट में फंसा हुआ है. पिछले महीने निदेशालय ने भी विश्वविद्यालय को पत्र भेजकर सत्यापन प्रक्रिया शीघ्र पूरी करने को कहा था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

