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मरीजों को नहीं दी दवाएं, एक्सपायर हुई तो फेंक दी

मरीजों को नहीं दी दवाएं, एक्सपायर हुई तो फेंक दीगायघाट पीएचसी ने फेंकी लाखों की एक्सपायर दवाएंमामला के 24 घंटे बाद भी वरीय अधिकारियों ने नहीं लिया संज्ञानवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरसरकारी अस्पतालों में मरीजों के लिए दवाएं नहीं हैं, जबकि दूसरी तरफ पीएचसी में दवाएं रख कर बेकार कर दी गयी. जब लाखों की दवाएं एक्सपायर […]

मरीजों को नहीं दी दवाएं, एक्सपायर हुई तो फेंक दीगायघाट पीएचसी ने फेंकी लाखों की एक्सपायर दवाएंमामला के 24 घंटे बाद भी वरीय अधिकारियों ने नहीं लिया संज्ञानवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरसरकारी अस्पतालों में मरीजों के लिए दवाएं नहीं हैं, जबकि दूसरी तरफ पीएचसी में दवाएं रख कर बेकार कर दी गयी. जब लाखों की दवाएं एक्सपायर हो गयी तो उसे फेंक दी गयी. इस मामले की जांच की बात तो दूर स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारी ने इस पर संज्ञान भी नहीं लिया. मामला गायघाट पीएचसी से जुड़ा है. यहां शनिवार की शाम लाखों की एक्सपायर दवा फेंक दी गयीं. कई दवाएं तो ऐसे थे जिनके बंडल का पैकेट भी नहीं खुला था. हद तो तब हो गयी जब रविवार की दोपहर सिविल सर्जन ने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है. पता करेंगे तभी बतायेंगे. ब्लड सूगर जांच का भी फेंका गया किटगायघाट में दवाओं के साथ ब्लड सूगर जांच का किट भी फेंका गया है. जबकि सदर अस्पताल में किट के अभाव में मरीजों की जांच नहीं हो रही है. गायघाट में भी मरीजों के सूगर की जांच नहीं की गयी. जब किट खराब हो गया तो उसे फेंक दिया गया. नियम के अनुसार जब दवाओं का उपयोग नहीं हो रहा हो तो उसे दवा के सेंट्रल गोदाम में वापस किया जाना है. इससे उसका उपयोग दूसरी जगह किया जा सके. लेकिन पीएचसी ने इस मामले में लापरवाही बरती.एक लाख की हुई थी खरीदसभी पीएचसी को पिछले वर्ष अक्तूबर में दवा खरीद के लिए एक लाख की राशि मिली थी. यदि पीएचसी के पास पहले से दवा थी तो राशि से दवाएं क्यों खरीद गयी. सीएस को दवा का स्टॉक क्यों नहीं दिखाया गया. जबकि पहले से यह निर्देश है कि पीएचसी जरूरत के अनुसार ही दवाओं की सूची दें. बावजूद पीएचसी की ओर से दवाओं दवाएं भी मंगायी गयी व उसे फेंका भी गया.फेंकी गयीं दवाएंपीएचसी से फेंकी गयी दवाओं में जिंटर, मेगाफॉक्स, डायक्लोफेना, जेइ का वैक्सीन, एक्यूलिक, पैंटा पारागोल, एनीकेट, जेंटामाइसिन, विटामिन ए, डाइथाइल कार्वगाजी, एमौक्सीलिन, कफ सिरप, डायक्लोमीन, डायमेथोकल टैब, प्रेगनेंसी किट सहित अन्य दवाएं शामिल थी. वर्जनमुझे गायघाट पीएचसी में दवाएं फेंके जाने की जानकारी नहीं है. प्रभारी से बात करने के बाद ही कुछ पता चलेगा- डॉ ललिता सिंह, सिविल सर्जन

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