मुजफ्फरपुर: मधुमेह पूरी दुनिया की समस्या है. व्यक्ति को पता भी नहीं चलता कि वह कब इस बीमारी की चपेट में आ गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की माने तो पूरी दुनिया के 10 फीसदी लोग मधुमेह से ग्रसित हैं. दुनिया में प्रतिवर्ष 20 लाख लोगों की मृत्यु इस बीमारी से हो जाती है.
ऐसा अनुमान है कि 2030 तक यह बीमारी मृत्यु का बड़ा कारण बनेगा. मृत्यु के कारणों में इस बीमारी का स्थान सातवां होगा. देश में करीब 100 मिलियन लोग मधुमेह, 100 से 150 मिलियन लोग उच्च रक्तचाप, 100 मिलियन लोग हृदय रोग व 90 मिलियन लोग मोटापे से ग्रसित हैं. यह संख्या भी रोज बढ़ती जा रही है. विडंबना यह है कि युवा भी अब मधुमेह की चपेट में आ रहे हैं.
अनुवांशिक व अस्वास्थकर जीवन शैली कारण : शहर के वरीय डॉक्टर बीबी ठाकुर कहते हैं कि मधुमेह का कारण अनुवांशिक व अस्वास्स्थ कर जीवन शैली है. वसा प्रमुख आहार, फास्ट फूड, बढ़ता मोटापा, तनाव, शराब तंबाकू व घूम्रपान सेवन मधुमेह के प्रमुख कारण हैं. पहले देहाती क्षेत्रों में यह बीमारी कम पायी जाती थी, लेकिन वहां के लोगों का भी शहरीकरण होने के कारण बीमारी बढ़ती जा रही है.