मोतिहारी जाने के क्रम में केंद्रीय मंत्री मंगलवार को थोड़ी देर के लिए चक्कर मैदान आये थे. उन्होंने पूरे मैदान में घूम कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली की तैयारी का जायजा लिया. प्रेस से बातचीत के दौरान नीतीश कुमार उनके निशाने पर रहे.
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चक्कर पर पोस्टर को लेकर गरमायी राजनीति
मुजफ्फरपुर: केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा, नीतीश कुमार नरेंद्र मोदी से जलते हैं. यही कारण है कि पटना से होर्डिग भेज कर चक्कर मैदान के आसपास लगवाया जा रहा है. शायद ज्योतिषी के कहने पर फोटो लगवा रहे हैं. लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. लोग समझ चुके हैं कि […]
मुजफ्फरपुर: केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा, नीतीश कुमार नरेंद्र मोदी से जलते हैं. यही कारण है कि पटना से होर्डिग भेज कर चक्कर मैदान के आसपास लगवाया जा रहा है. शायद ज्योतिषी के कहने पर फोटो लगवा रहे हैं. लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. लोग समझ चुके हैं कि सुशासन व दु:शासन बाबू मिल कर बिहार का कितना विकास कर सकते हैं.
उन्होंने कहा, बिहार के मुख्यमंत्री लोगों को गुमराह करने में सबसे बड़े नेता हैं. उन्हें इस बात का भय है कि छह माह बाद वे मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे. ऐसे में पहले ही पटना में पुल का उद्घाटन कर दिया. केंद्रीय मंत्री ने कहा, यूपीए सरकार ने दस सालों में जितना बिहार को नहीं दिया, नरेंद्र मोदी ने बारह माह में दे दिया. मोतिहारी के केंद्रीय विवि को महात्मा गांधी का नाम देने का सपना यूपीए सरकार पूरा नहीं कर सकी, लेकिन मोदी सरकार ने इसे साकार किया. मौके पर जिलाध्यक्ष डॉ अरविंद कुमार सिंह, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष रवींद्र प्रसाद सिंह, मनीष कुमार, जिला प्रवक्ता देवांशु किशोर, राजीव कुमार राजू, प्रभात कुमार, डॉ तारण राय, डॉ ममता रानी सहित अन्य लोग मौजूद थे.
जिम्मेदारी नहीं मिलने से महिला नेत्रियां नाराज
पीएम मोदी की रैली की तैयारी के लिए पार्टी ने 24 अलग-अलग कमेटियों का गठन किया है. इसमें महिलाओं की भागीदारी नगण्य है. यहां तक कि कमेटियों में स्थानीय शीर्ष नेताओं की भी अनदेखी की गयी है. इस पर उन लोगों ने नाराजगी जतायी है. केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह मंगलवार को जिलाधिकारी अनुपम कुमार के साथ सेना भरती कार्यालय में बन रहे अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल का मुआयना करने गये थे. उसी वक्त महिला नेत्रियों ने पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष रवींद्र प्रसाद सिंह के समक्ष अपनी नाराजगी व्यक्त की.
इसमें महिला मोरचा की पूर्व राष्ट्रीय सचिव डॉ तारण राय, राष्ट्रीय मोरचा की राष्ट्रीय मंत्री डॉ संगीता कुमारी, महिला मोरचा की पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष रंजना झा, डॉ ममता रानी, महिला मोरचा की जिलाध्यक्ष गीता कुमारी शामिल थीं. उनका तर्क था कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी आधी आबादी को शक्ति प्रदान करने में विश्वास करते थे. इसके लिए उन्होंने प्रत्येक कमेटियों में कम-से-कम दो महिलाओं को शामिल करने का सुझाव दिया था. लेकिन शायद पार्टी अपने सिद्धांतों से भटक रही है. इससे पूर्व महिला नेत्रियों ने जिलाध्यक्ष डॉ अरविंद कुमार सिंह के समक्ष भी नाराजगी जतायी थी.
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