वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरमुजफ्फरपुर शहरी क्षेत्र में मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना से 28 सड़कें बनेगी. चयनित अधिकतर योजनाओं में सड़क के साथ नाला का भी निर्माण होना है. लगभग 25 करोड़ रुपये खर्च होंगे. नगर निगम के अभियंताओं से तैयार एस्टीमेट की तकनीकी स्वीकृति बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड के मुख्य महाप्रबंधक ने प्रदान कर दी है. अब इन सभी योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति स्थानीय स्तर पर मिलना है. बुडको के परियोजना निदेशक को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गयी है. इधर, प्रशासनिक स्वीकृति देने से पूर्व जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने चयनित 28 योजनाओं की फिर से स्थल जांच के लिए चार टीमें गठित कर दी है. चारों टीम को 48 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट सौंप देना है. गठित टीम स्थल जांच के दौरान यह देखेगी कि जो योजनाएं चयनित है और उसका एस्टीमेट तैयार किया गया है. वह सही है या नहीं. इसमें से ऐसी कोई सड़क तो नहीं है, जो ठीक अवस्था में है. लेकिन, दोबारा निर्माण के लिए एस्टीमेट तैयार कर दिया गया है. जांच टीम में जिला प्रशासन व निगम के पदाधिकारी व इंजीनियरों को शामिल किया गया है.
महज 14 वार्डों से ही चयनित हुई है सड़कें
मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना से सड़क एवं नाला निर्माण के लिए जिन 28 योजनाओं का चयन हुआ है. यह सभी योजनाएं महज 14 वार्डों की है. जबकि, शहरी क्षेत्र में कुल वार्डों की संख्या 49 है. ऐसे में योजनाओं के चयन पर सवाल उठने लगा है. सबसे ज्यादा योजनाओं का चयन वार्ड नंबर 48 व 49 से हुआ है. मुख्यमंत्री समग्र विकास योजनाओं के चयन की जिम्मेदारी जिला स्तरीय समिति को सौंपी गयी है. इसमें स्थानीय नगर विधायक, विधान पार्षद, पुलिस अधीक्षक, नगर आयुक्त और बुडको के संबंधित कार्यपालक अभियंता बतौर सदस्य शामिल हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है