अपने साथी की बेटी की ससुराल जा रहा था अकबर
मुजफ्फरपुर : करजा थानाक्षेत्र के फकीरा चौक के पास हुए सड़क हादसे में घायल मो. अकबर की मौत इलाज के दौरान मौत हो गयी. जबकि, मो. अनवर की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. दोनोें माड़ीपुर इलाके के रहने वाले हैं. मौत के बाद परिजनों व स्थानीय लोगों ने मुआवजा की मांग को लेकर माड़ीपुर चौक को जाम कर दिया. सोमवार दोपहर करीब डेढ़ बजे शव को बीच सड़क पर रख कर एक घंटा आवागमन बाधित कर दिया. इस दौरान आक्रोशित लोगों ने जमकर हंगामा और पुलिस के विरुद्ध नारेबाजी की. जाम के कारण वाहनों की लंबी कतार लग गयी.
सूचना पर काजीमोहम्मदपुर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर आक्रोशितों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन, वे लोग मुआवजा की मांग पर अड़ गये. इसके बाद जानकारी मिलने पर पहुंचे मुशहरी सीओ नागेंद्र कुमार ने मृतक के परिजनों को मुआवजा के रूप में चार लाख रुपये का चेक दिया. इसके बाद आक्रोशित शांत हुए और जाम हटाया गया. इलाज के दौरान मो. अनवर ने ब्रह्मपुरा पुलिस को बताया है कि वह अकबर के साथ माड़ीपुर से पोखरैरा स्थित अपनी बेटी के ससुराल ऑटो से जा रहे थे. इसी दौरान ऑटो का चालक फकीरा चौक पर ऑटो खड़ी कर पेशाब करने के लिए गया. इसी दौरान पीछे से आये अज्ञात वाहन ने ऑटो में ठोकर मार दी. इसमें दोनों गंभीर रूप से जख्मी हो गये. ठोकर लगने की आवाज सुन कर स्थानीय लोग मौके पर पहुंच कर दोनों को इलाज के लिए जूरन छपरा स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया. यहां इलाज के दौरान अकबर की मौत हो गयी. थानेदार मो. शुजाउद्दीन ने बताया कि शव को सड़क पर रख कर कुछ देर के लिए स्थानीय लोगों व परिजनों ने जाम कर दिया था. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर समझा बुझाकर जाम समाप्त करा दिया.
ऑटो चालक था अकबर. स्थानीय लोगों ने बताया कि मो. अकबर ऑटो चालक था. वह माड़ीपुर में किराये के मकान में रहता था. उसे दो बेटा और दो बेटी है. पूरे परिवार की जिम्मेवारी उसके ही कंधे पर थी. मौत के बाद पत्नी व बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया था. बच्चे उसके शव से लिपट कर रो रहे थे. बच्चों को रोता देख जाम में शामिल महिलाओं की आंखे भी नम हो गयी.