मुजफ्फरपुर : तीन दिन हो रही बारिश ने नदियों का जलस्तर बढ़ा दिया है. पूर्वी चंपारण, मधुबनी और सीतामढ़ी में बागमती, लालबकेया, कमला बलान जैसी नदियों के जलस्तर में तेजी से इजाफा हुआ है. पूर्वी चंपारण के पताही प्रखंड में बागमती व लालबकेया के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है.
नदी का पानी शिवहर-मोतिहारी पथ में बेलवघाट के समीप टूटे क्षेत्र पर चढ़ गया है. इससे कारण शिवहर-मोतिहारी के बीच सड़क संपर्क भंग हो गया है. जिले के बंजरिया प्रखंड में कपरसंदी, मोखलिसपुर, गोबरी सहित एक दर्जन गांवों बूढ़ी गंडक के कटाव की आशंका से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. उधर, झंझारपुर में कमला बलान खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर उपर बह रही है. शनिवार की शाम पांच बजे नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 85 सेंटीमीटर ऊपर चला गया.
परतापुर में नदी की तेज धारा से कटाव शुरू हो गया है. बारिश का असर रेल परिचालन पर भी पड़ा. समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर लगातार दूसरे दिन शनिवार की सुबह मिट्टी धंसने से परिचालन बाधित हुआ. तीन घंटे की मशक्कत के बाद ट्रैक को दुरुस्त किया जा सका. इस बीच मंडल प्रशासन ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया. कुछ ट्रेनें डायवर्ट रुट से गंतव्य की ओर रवाना की गयी.
जानकारी के मुताबिक समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड स्थित रामभद्रपुर व किशनपुर स्टेशन के बीच रेल पुल संख्या 12 ए 2 खंड के किलोमीटर 13/7-8 के बीच ट्रैक से सटी मिट्टी धंस गयी. जिसके बाद रेल प्रशासन ने सुबह 5.50 बजे से इस खंड पर ट्रेनों का परिचालन रोक दिया.