मुजफ्फरपुर : चमकी बुखार से पीड़ित बच्ची के इलाज में कोताही होते देख परिजन ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को फोन कर इसकी शिकायत कर दी. इसके बाद राउंड के लिए डॉक्टर तो आये, लेकिन हालत गंभीर देख बच्ची को पटना रेफर कर दिया. सरकारी एंबुलेंस से पटना जाने के दौरान रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी.
फिर परिजन उसे एंबुलेंस से वापस एसकेएमसीएच लेकर आये और जमकर हंगामा किया. अस्पताल अधीक्षक से भी शिकायत की. इसके बाद यूनिट के डॉक्टर ने बच्ची को भर्ती कर मृत होने की पुष्टि की. मौत की पुष्टि होने के बाद परिजन बच्ची के शव को लेकर घर चले गये. बच्ची शिवहर के श्यामपुर भटहां के रामबन के चार वर्षीय फामिमा खातून थी.
परिजनों ने बताया कि फातिमा को मंगलवार की सुबह करीब दस बजे चमकी बुखार से पीड़ित होने पर भर्ती कराया गया था. डॉक्टर भर्ती होने के समय ही फामिता को देखे थे. इसके बाद फिर दूसरे दिन सुबह में राउंड कर देखे. शाम में कोई डॉक्टर राउंड नहीं करता है. गुरुवार की सुबह में फातिमा की हालत बिगड़ी, तो वार्ड में तैनात नर्स से शिकायत की, लेकिन डॉक्टर नहीं आये. हालत बिगड़ाता देख स्वास्थ्य मंत्री को फोन किया. मंत्री जी के पीए ने कॉल कांफ्रेंस कर डॉक्टर से बात करायी. फिर डॉक्टर साहब आये, तो बोले कि यहां बच्ची का इलाज नहीं हो सकता. इसे पटना ले जाओ और रेफर कर दिया.