तीन नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कोर्ट से लिया वारंट
मुजफ्फरपुर : कुढ़नी प्रखंड के सुमेरा पंचायत की मुखिया के पति सह पूर्व मुखिया मो अलीशान हत्या कांड की एसएसपी मनोज कुमार ने समीक्षा की. उन्होंने केस के आइओ सह सदर थानेदार राजेश्वर प्रसाद को हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए आठ बिंदु पर जांच करने का आदेश दिया. इसमें मो अलीशान व आरोपित पक्ष में वर्चस्व (दबंगई), पुरानी अदावत व राजनीतिक साजिश प्रमुख है. इसके अलावा पुलिस पूर्व मुखिया के साथ लेनदेन व आपसी विवाद, उनके कारोबार, वैध व अवैध धंधा में किसी से अदावत होने की जानकारी जुटायी जा रही है.
पूर्व मुखिया हत्याकांड की एसएसपी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. उन्होंने सिटी एसपी के नेतृत्व में हत्याकांड का उद्भेदन करने के लिए विशेष टीम का गठन किया है. यह लगातार वैज्ञानिक व मैनुअल तरीके से जांच कर रही है.
साथ ही संदिग्धों के अलग-अलग ठिकानों पर भी विशेष टीम छापेमारी कर रही है. टीम ने चार संदिग्धों को हिरासत में लिया है. सभी को अलग-अलग स्थानों पर रख कर पूछताछ की जा रही है.
पुलिस ने लिया गिरफ्तारी वारंट : पूर्व मुखिया हत्याकांड में पुलिस ने कोर्ट से तीनों नामजद आरोपितों के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट लिया है. इसमें तुर्की
ओपी क्षेत्र के सुमेरा के पंचायत समिति सदस्य राजा बाबू गुप्ता, सुमेरा अफजलपुर निवासी
प्रेम साह व छोटा सुमेरा निवासी अमर साह शामिल हैं. इनकी गिरफ्तारी नहीं होने पर पुलिस आरोपितों के घर की कुर्की करेगी. इधर, पुलिस गांव में लगातार कैंप कर रही है.
पूर्व मुखिया मो अलीशान की हत्या मामले में छोटे भाई मो जॉनी ने तीन नामजद सहित नौ लोगों को आरोपित किया था.
इन बिंदुओं पर करनी है जांच : वर्चस्व (दबंगई), पुरानी अदावत, राजनीतिक साजिश, पूर्व मुखिया के साथ लेनदेन व आपसी विवाद, उनके कारोबार, वैध व अवैध धंधा में किसी से अदावत आदि शामिल हैं.