मुजफ्फरपुर : जिले के सबसे बड़े अस्पताल श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) के पीछे वन विभाग की जमीन पर मानव कंकाल के अवशेष मिलने से हड़कंप मच गया है. मीडिया में खबर आने के बाद अस्पताल प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिये हैं. वहीं, चिकित्सक की टीम मौके पर पहुंच कर मामले की जांच की.
जानकारी के मुताबिक, जिले के सबसे बड़े अस्पताल श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पीछे वन विभाग की जमीन पर मानव कंकाल के अवशेष मिलने से अस्पताल प्रशासन समेत जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है. मीडिया में खबर आने के बाद एसकेएमसीएच अधीक्षक डॉ एसके शाही ने मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी है. प्राचार्य और अधीक्षक की टीम संयुक्त रूप से मामले की जांच करेगी. मामले को लेकर अधीक्षक ने ही उन्होंने कहा है कि, ‘पोस्टमॉर्टम विभाग प्राचार्य के अधीन है, लेकिन मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए मैं प्रधानाचार्य से बात करूंगा और उनसे एक जांच समिति गठित करने के लिए कहूंगा.’ वहीं, एसकेएमसीएच के एफएमटी विभाग के चिकित्सक डॉ विपिन कुमार ने कहा है कि, ‘कंकाल के अवशेष यहां मिले हैं. प्रिंसिपल द्वारा विस्तृत जानकारी दी जायेगी.’ वहीं, अधीक्षक के कहने पर तीन कर्मियों के साथ वे झाड़ियों के पास पहुंच कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
Bihar: Human skeletal remains found behind Sri Krishna Medical College & Hospital, Muzaffarpur. SK Shahi, MS SKMCH says,"Postmortem dept is under Principal but it should be done with a humane approach. I'll talk to the Principal & ask him to constitute an investigating committee" pic.twitter.com/TBzuo2ZnqP
— ANI (@ANI) June 22, 2019
Bihar: Human skeletal remains found behind Sri Krishna Medical College & Hospital, Muzaffarpur. 108 people have died at SKMCH due to Acute Encephalitis Syndrome (AES). pic.twitter.com/ICRcg3Be1e
— ANI (@ANI) June 22, 2019
Bihar: An investigation team of Sri Krishna Medical College & Hospital, Muzaffarpur visits the spot where human skeletal remains have been found. SKMCH's Dr Vipin Kumar, says, "Skeletal remains have been found here. Detailed information will be provided by the Principal." pic.twitter.com/Te32KjfHOK
— ANI (@ANI) June 22, 2019
क्या है मामला?
एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ एसके शाही के मुताबिक, यह बिल्कुल अमानवीय है. मिली जानकारी के मुताबिक, अज्ञात शव की अंत्येष्टि के लिए सरकार की ओर से 2000 रुपये दिये जाते हैं. इसके बावजूद श्मशान में शवों की अंत्येष्टि नहीं करके अस्पताल के पीछे ही अंत्येष्टि कर दी जा रही है. इसके लिए आसपास की लकड़ियों से ही शवों को जलाने की बात कही जा रही है. मालूम हो कि एसकेएमसीएच में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से सौ से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री, मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री समेत कई लोग एसकेएमसीएच का दौरा कर चुके हैं. इसके बावजूद अस्पताल परिसर के पीछे वन विभाग की जमीन पर अज्ञात शवों की अंत्येष्टि किये जाने की सूचना मिली. इसके बाद अस्पताल प्रशासन समेत प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है.