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मुजफ्फरपुर : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के सामने बच्ची ने तोड़ा दम

मुजफ्फरपुर/पटना:केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन बिहार में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) और जापानी इंसेफलाइटिस (जेई) के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्थिति का जायजा लेने एवं समीक्षा करने के लिए रविवार को मुजफ्फरपुर पहुंचे.यहां उन्होंने मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मरीजों और उनके परिजनों से मुलाकात की. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को […]

मुजफ्फरपुर/पटना:केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन बिहार में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) और जापानी इंसेफलाइटिस (जेई) के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्थिति का जायजा लेने एवं समीक्षा करने के लिए रविवार को मुजफ्फरपुर पहुंचे.यहां उन्होंने मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मरीजों और उनके परिजनों से मुलाकात की. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन की मौजूदगी में एक बच्ची ने दम तोड़ दिया.प्राप्त जानकारी के अनुसार, बच्ची की मां के मुताबिक बच्ची की मौत चमकी बुखार के कारण हुई है. वह 5 साल की थी. उसका नाम निशा है और वह राजेपुर की रहने वाली थी.

बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. हालात का जायजा लेने के लिए आज मुजफ्फरपुर पहुंचे डॉ हर्षवर्धन के साथ स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे समेत बिहार के मंत्री मंगल पांडेयभी मौजूद रहें. उधर, श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज में एक मरीज के भाई ने मीडिया से कहा कि मेरा बड़ा भाई यहां पिछले दो महीनों से भर्ती है. मैं चाहता हूं कि उसका इलाज अच्छे से हो और जिन बच्चों की हालत खराब है उनका भी सही से ख्याल रखा जाये या फिर मुझे भी मार दिया जाये. वहीं, अधिकारियों के मुताबिक यहां के दो अस्पतालों श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) और केजरीवाल अस्पताल में इस महीने अबतक 80 बच्चों की मौत हुई है.

इससे पहले हर्षवर्धन ने कहा था कि “केंद्र बिहार को एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम और जापानी इंसेफलाइटिस के मामलों को रोकने एवं उसके प्रबंधन के लिए हर तरह की मदद मुहैया करा रहा है तथा मैं राज्य सरकार से स्थिति का जायजा लेने एवं समीक्षा करने कल मुजफ्फरपुर जा रहा हूं.” केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री वहां मौजूद विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखने वाले दलों से बातचीत करेंगे और राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक को संबोधित करेंगे.


उन्होंने कहा, “मैं केंद्र की उच्चस्तरीय विशेषज्ञों की टीम द्वारा सुझाए गए प्रबंधन के उपायों और तत्काल एवं चिरकालिक उपायों के तहत स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन तथा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय समेत केंद्र सरकार के अन्य मंत्रालयों के जरिए जो कुछ मदद की जा सकती है उस पर चर्चा करुंगा.” वर्धन ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय लगातार स्थिति की निगरानी कर रहा है और एईएस/जेई के मामलों के प्रबंधन में राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों की सहायता कर रहा है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “प्रभावित इलाकों में केंद्रीय एवं राज्य के दलों की हर वक्त की मौजूदगी और उनके द्वारा उठायेगये बचाव कार्यों ने लोगों के बीच भरोसा जगाया है. हम जल्द ही एएसई/जेई मामलों को बढ़ने से रोकने में सक्षम होंगे.” केंद्रीय मंत्री ने हाल में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से दो बार मुलाकात की और इस दौरान मुजफ्फरपुर में एईएस के और बिहार के ही गया में जेई के बढ़ते मामलों की खबरों और इन्हें रोकने के लिए जन स्वास्थ्य उपायों पर चर्चा की.

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