मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर में मिठनपुरा थानाक्षेत्र स्थित बीएमपी-6 में बुधवार की देर रात एक जवान ने सोये अवस्था में अपने साथी जवान की एसएलआर से गोली मार कर हत्या कर दी. गोली चलने की आवाज से बैरक में सोये जवानों के बीच भगदड़ मच गयी. सभी जवानों ने इधर-उधर भाग कर अपनी जान बचायी. आरोपित जवान हथियार के साथ करीब ढाई घंटे तक कैंपस में घूमता रहा. काफी मशक्कत के बाद उसे पकड़ा गया. बीएमपी के अधिकारियों ने आरोपित जवान को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया. उसके हथियार व कारतूस को जब्त कर लिया गया है. मृतक जवान की पहचान बांका जिले के अमरपुर थाना के रामचंद्रपुर इटहरी बांजा गांव निवासी मनीष कुमार (25) के रूप में की गयी है. आरोपित जवान पूर्वी चंपारण जिले के पलनवां थाना के यरवलिया निवासी प्रेमचंद्र प्रसाद है. उससे महिला थाने में पूछताछ की जा रही है.
घटना की सूचना पर एसएसपी मनोज कुमार, बीएमपी-6 कमांडेंट छत्रनील सिंह व सिटी एसपी राकेश कुमार ने मौके पर पहुंच मामले की छानबीन की. गुरुवार को जांच के लिए एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया गया. देर शाम बांका से मृतक जवान के बड़े भाई किक्कू, चचेरा भाई प्रवीण कुमार व साला समेत दो दर्जन लोग पहुंचे. खबर लिखे जाने तक शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कवायद जारी थी. मामले को लेकर सिपाही जितेंद्र कुमार व अंजूर कुल्लू के बयान पर मिठनपुरा थाने में आरोपित जवान प्रेमचंद्र प्रसाद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
आरोपित जवान मानसिक रूप से बताया जा रहा बीमार
साथी की गोली मार कर हत्या करनेवाले जवान प्रेमचंद्र प्रसाद को मानसिक रूप में बीमार बताया जा रहा है. इससे पहले भी उसके खिलाफ कई शिकायत बीएमपी-6 के अधिकारियों को मिली थी. चार बार उसको सस्पेंड भी किया गया था. दो बार उसकी बर्खास्तगी की भी कार्रवाई किये जाने की बात बीएमपी-6 के जवानों द्वारा कही जा रही थी.
कैंप गश्ती के दौरान पेशाब करने की बात कह बैरक गया था प्रेमचंद्र
प्रेमचंद्र की बुधवार की रात गश्ती ड्यूटी लगी थी. वह सिपाही जितेंद्र कुमार व अंजुर कुल्लू के साथ रात नौ बजे गश्ती के लिए निकला था. करीब डेढ़ बजे डे पदाधिकारी सोनेलाल राम ने चेकिंग की. इस दौरान प्रेमचंद्र पेशाब करने की बात कह बैरक की ओर गया और सोये अवस्था में साथी मनीष कुमार की गोली मार कर हत्या कर दी.
बीएमपी जवान मनीष की हत्या से अमरपुर बाजा गांव में पसरा मातमी सन्नाटा
बांका : अमरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बाजा गांव के लिए गुरुवार की सुबह बुरी खबर लेकर आयी. बीएमपी जवान मनीष कुमार की हत्या की खबर सुन गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया. ग्रामीण इस घटना से हतप्रभ हैं. यही नहीं गांव के एक घर में भी चूल्हा नहीं जला. जानकारी के मुताबिक बाजा निवासी बीएमपी जवान मनीष कुमार की उसके साथी कांस्टेबल ने गोली मार कर हत्या कर दी.
तीन वर्ष बाद ही उजड़ गया अनुपम का सुहाग
बीएमपी जवान मनीष की शादी करीब तीन वर्ष पूर्व गोरगामा नयाचक में हुई थी. शशि प्रसाद यादव की पुत्री अनुपम कुमारी से शादी के बाद उन्हें दो पुत्री हुई. बड़ी पुत्री आरूही दो वर्ष की है जबकि छोटी बेटी रूही लगभग छह माह की है. शादी के बाद पत्नी ससुराल में ही रहती थी, हालांकि घटना की जानकारी मिलने के बाद उन्हें उनके मायके पहुंचा दिया गया.
बड़ा भाई नक्सली हमले में हो चुका है शहीद
मनीष के सबसे बड़े भाई सुभाष प्रसाद यादव भी बीएमपी में जमुई में पदस्थापित थे. करीब पांच वर्ष पूर्व नक्सलियों के हमले में वह जमुई में शहीद हो गये थे. इसके बाद घर की जिम्मेदारी मनीष ही संभाल रहे थे. इसके लिए उन्होंने पत्नी को भी घर में ही रहने दिया था.
एक सप्ताह पहले ही ड्यूटी पर गया था मनीष
करीब एक सप्ताह पूर्व मनीष गांव से ड्यूटी ज्वाइन करने मुजफ्फरपुर गया था. गांव के लोगों ने बताया कि वह 13 दिसंबर को अपनी ड्यूटी पर गया था कि साथी की गोली का शिकार हो गया. घरवालों ने बताया कि वह अपनी पदस्थापना के बाद से ही मुजफ्फरपुर में ही तैनात था.
परिवार में बचा मात्र एक लाल
बाजा गांव के नवल प्रसाद यादव एवं श्यामा देवी की चार संतानों में तीन भाई एवं एक बहन हैं. इनमें से दो भाई सुभाष प्रसाद यादव शहीद हो गये जबकि मनीष की हत्या हो गयी. अब दूसरे पुत्र प्रभाष कुमार ही अपने माता पिता का एकमात्र सहारा है. एक बहन है जिसकी शादी हो चुकी है. मनीष की हत्या से पूरा गांव हतप्रभ है. ग्रामीणों को यह विश्वास ही नहीं हो रहा है कि मनीष जैसे युवा की हत्या हो सकती है. ग्रामीणों व परिजनों ने पुलिस से हत्यारे को अविलंब सजा दिलाने की मांग की है.