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पूर्व मेयर समीर कुमार हत्याकांड : शंभु-मंटू गिरोह के दुर्गेश उर्फ भगीना की तलाश
मुजफ्फरपुर : शूटर गोविंद की गिरफ्तारी के बाद पूर्व मेयर समीर हत्याकांड का खुलासा करने में पुलिस टीम जुट गयी है. इस कांड में उसने कई अपराधियों के नाम का खुलासा किया है. पूर्व मेयर की हत्या के लिए उसने पूरी प्लानिंग की थी. हत्या के दिन दो टीम उसने तैयार की थी. इसमें गिरोह […]
मुजफ्फरपुर : शूटर गोविंद की गिरफ्तारी के बाद पूर्व मेयर समीर हत्याकांड का खुलासा करने में पुलिस टीम जुट गयी है. इस कांड में उसने कई अपराधियों के नाम का खुलासा किया है. पूर्व मेयर की हत्या के लिए उसने पूरी प्लानिंग की थी.
हत्या के दिन दो टीम उसने तैयार की थी. इसमें गिरोह से जुड़े कई शूटरों को बुलाया गया था. उसने शंभु मंटू गिरोह के खास शूटर दुर्गेश उर्फ भगीना के नाम का भी खुलासा किया है. उसका नाम पहली बार सामने आने के बाद पुलिस उसकी संलिप्तता की बिंदु पर जांच कर रही है.
यहीं नहीं, गोविंद ने विवि के कई लड़कों के नाम भी बताये हैं, जिसके पास जाकर वह हॉस्टल में शरण लेता था. उसने यह भी कहा किपूर्व मेयर को विवि परिसर में ही मारने की योजना थी. लेकिन उसे और उसके गिरोह के कई लोगों की पहचान का खुलासा वहां हो जाता, इसलिए अंतिम समय में मारने का प्रोग्राम कैंसिल कर दिया गया.
गुजरात में सुजीत के छिपने की दी जानकारी
सकरा थाना के तुलसी मोहनपुर निवासी सुजीत के बारे में उसने कहा कि घटना के बाद वह गुजरात भाग था. वह उसके संपर्क में है.
दो जा चुके हैं जेल
पुलिस श्यामनंदन मिश्र व सुशील छापड़िया को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. वही गोविंद काे संरक्षण देने के मामले में जेल भेजे गये अवधेश सिंह से पुलिस ने पूछताछ भी की थी. इसके अलावा शहर में आधा दर्जन से अधिक लोगोंं के यहां छापेमारी भी हुई थी.
आधे दर्जन रसूखदारों की मोबाइल पुलिस के रडार पर
गोविंद की गिरफ्तारी के बाद पुलिस काफी सक्रिय हो गयी है. गोविंद के हाथ आने के बाद ही सर्विलांस टीम को भी सक्रिय कर दिया गया है. टीम में शामिल तकनीकी विशेषज्ञों को इस कांड में शामिल संदिग्ध रसूखदारों के मोबाइल नंबर दिये गये हैं. तकनीकी विशेषज्ञ करीब आधे दर्जन रसूखदारों के मोबाइल नंबर से उनकी गतिविधि को वाच कर रही है.
एयरपोर्ट पर मौजूद था गोविंद का वकील
मुजफ्फरपुर : आईजी अभियान कुंदन कृष्णन ने बताया कि गोविंद दिल्ली से पटना हवाई जहाज से पहुंचा था. गोविंद को पहचानने वाले शख्स को भी एसटीएफ ने साथ रखा था. गिरफ्तार करने के बाद उसे तत्काल हवाई अड्डा पुलिस को सौंप दिया गया. यह भी कहा जा रहा है कि पटना हवाई अड्डा पर उसने अपने वकील को भी बुला रखा था.
शंभु-मंटू को थी जानकारी
गोविंद की गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूरे मामले में शंभु-मंटू की भूमिका से इनकार नहीं कर रही है. पुलिस ने मंटू की तलाश में उसके गांव सारण जिले के परसा थाने के बहलोलपुर में छापेमारी भी की थी. पुलिस का कहना है कि पूर्व मेयर हत्याकांड की साजिश रचे जाने की जानकारी दोनोंं को थी.
बहुत कठोर है गोविंद, जुबान खुलवाना मुश्किल
शार्प शूटर गोविंद काफी कठोर है. उसका जुबान खुलवाना काफी कठिन है. पटना में गिरफ्तारी के बाद तत्कालीन राजीव नगर थानाध्यक्ष धीरेन्द्र पांडे, शम्भू-मंटू गिरोह के ठिकाने के बारे में पूछताछ के लिए कई कदम उठाये. लेकिन गोविंद ने जुबान तक नहीं खोला. इतना ही नहीं टेंडर में आतंक मचाने पहुंचे अपने आपराधिक साथियों के नाम भी पुलिस को नहीं बताया था.
कांड को अंजाम देने के बाद हो जाता है अंडरग्राउंड
गोविंद अक्सर बड़ी घटन को अंजाम देने के बाद अंडर ग्राउंड रहता हैं. फिर जब घटना को अंजाम देना रहता है, तभी वह लाेगों के सामने आता हैं. उसने पुलिस को बताया है कि शंभु का ठिकाना भी हिमालय के पोंटाशाही में हैं.
चार वर्ष पूर्व भी पटना में गोविंद की हुई थी गिरफ्तारी
गैंगस्टर शंभु-मंटू के इशारे पर टेंडर के दौरान एके-47 का इस्तेमाल करने वाला शूटर गोविंद चार वर्ष पूर्व पटना पुलिस के हाथ लगा था. सीपीडब्ल्यूडी के टेंडर में पहुंचे गोविंद को पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
गोविंद पर पटना में दो ,वहीं मुजफ्फरपुर सहित अन्य जिलों में एक दर्जन से अधिक रंगदारी, भयादोहन व हत्या के मामले दर्ज हैं. राजीव नगर थाना में गोविंद के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज है.
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