मृत्युंजय
मुजफ्फरपुर : एमआईटी और दूसरे इंजीनियरिंग काॅलेजों में अब देसी लेखकों व प्रकाशकों की किताबें ही छात्रों को पढ़ायी जायेंगी. एआईसीटीई ने अंडर ग्रेजुएट कोर्स में यह व्यवस्था लागू की है. एआईसीटीई ने लेखकों की किताबों प्रकाशकों की सूची भी जारी कर दी है. इसमें बिहार के इंटर स्कूलों व सीबीएसई में पढ़ायी जानेवाली आरडी शर्मा की एडवांस गणित भी शामिल है. अबतक काॅलेजों में विदेशी लेखकों की किताबें ही ज्यादा चलन में थीं.
एआईसीटीई ने इंजीनियरिंग काॅलेजों में बीटेक कर रहे छात्रों की पढ़ाई के लिए नयी कवायद की है. अब सिर्फ भारतीय लेखकों की किताबेंही छात्रों को पढ़ायी जायेंगी. इन किताबों के प्रकाशक भी हिन्दुस्तानी ही होंगे. एआईसीटीई ने किताबों के बदलने के लिए कमेटी बनायी थी. कमेटी की रिपोर्ट के बाद यह बदलाव किया गया है.
बेसिक साइंस कोर्स में लगी है आरडी शर्मा की किताब :
इंजीनियरिंग काॅलेजों में फर्स्ट ईयर में बेसिक साइंस कोर्स में आरडी शर्मा की किताब को जोड़ा गया है. कोर्स में एडवांस इंजीनियरिंग मैथेमेटिक्स फर्स्ट और सेकेंड में आरडी शर्मा की किताब पढ़ाई जायेगी. आरडी शर्मा की किताब इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाले अनिवार्य रूप से पढ़ते हैं.
यूजीसी ने भी जारी किया है नोटिफिकेशन :
इंजीनियरिंग कॉलेजों में भारतीय लेखकों व प्रकाशकों की किताबों को पढ़ाये जाने की अधिसूचना विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने भी जारी कर दी है. अधिसूचना में आयोग ने कहा कि एआईसीटीई के द्वारा बनायी गयी कमेटी के फैसले के बाद यह बदलाव किया जा रहा है.
हिन्दी भाषा में भी मिलेंगी किताबें
भारतीय लेखकों की किताबें लागू होने के बाद अब इंजीनियरिंग की कई किताबें हिन्दी में भी उपलब्ध होंगी. इससे वैसे छात्र जिन्हें अंग्रेजी में पढ़ने में दिक्कत होती थी, वे आसानी से अध्याय को समझ लेंगे. एआईसीटीई का मानना है कि देसी लेखकों की किताबों में ही सारी चीजें मौजूद हैं तो विदेशी लेखकों की ओर जाने की हमें कोई जरूरत नहीं है.