स्थानीय लोगों से पानी के रूख के बारे में पूछा. बताया गया कि पानी कोठिया चौर को भरने के बाद डॉल्फिन स्कूल के समीप होते हुए कन्हौली, रामबाग चौरी की ओर बढ़ेगा. विषहर टोला के समीप तेजी से कटाव जारी था.
ऐसे में लोगों को आशंका थी कि देर रात तक यह पुलिया भी ध्वस्त हो जायेगा. पर, कहते हैं न पानी अपना रास्ता खुद तय करती है. देर रात पुलिया से दक्षिण करीब 500 फुट में सड़क को लांघ कर पानी कोठिया चौर में गिरने लगा. इससे पानी का रूख ही बदल गया. जिस पानी को पीछे के रास्ते से कन्हौली की तरफ जाने की बात कही जा रही थी, वही लीची अनुसंधान केंद्र होते हुए पुलिस लाइन की ओर बढ़ने लगा.