हड़ताल लंबा खिंचने से संघ में पड़ने लगी दरार
मुंगेर. बिहार अनुसचिवीय कर्मचारी संघ गोपगुट के आह्वान पर समाहरणालय संवर्ग के लिपिकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल 21वें दिन शुक्रवार को भी जारी रही. जिन्होंने अंबेडकर चौक पर बने धरना स्थल से सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी. इधर हड़ताल की अवधी लंबा खिंचने के कारण संघ में भी दरार पड़ने लगी है. संघ के सचिव ने जहां पद से त्याग पत्र दे दिया, वहीं एक सदस्य को प्राथमिक सदस्यता से संघ को निष्कासित करना पड़ा.लिपिकों की हड़ताल से सरकारी कार्यालयों में कामकाज पूरी तरह ठप हो गया है और प्रशासनिक व्यवस्था चरमरा गयी है. यह टकराव सिर्फ कर्मचारियों और सरकार के बीच की नहीं, बल्कि आम नागरिकों की जरूरतों से जुड़ गया है. जिलाध्यक्ष रामानंद शर्मा, हेमंत कुमार सिंह ने बताया 28 अगस्त को संघ को वार्ता के लिए बुलाया गया था. लेकिन वार्ता विफल रही. अब यह हड़ताल और अधिक लंबा खींच सकता है. क्योंकि सरकार अड़ियल रवैया छोड़ने का नाम नहीं ले रही है. जबकि हमारी मांग जायज और यह हमलोगों का अधिकार है. जब तक सरकार हमारी मांगों का पूरा नहीं करती है, तब तक यह हड़ताल जारी रहेगा. वक्ताओं ने कहा है कि नागरिकों को जो परेशानी हो रही है.
सचिव ने दिया त्याग पत्र, एक सदस्य निष्कासित
बिहार अनुसचिवीय कर्मचारी संघ गोपगुट के जिलाध्यक्ष रामानंद शर्मा ने बताया कि संघ के कार्यकारी जिला सचिव अमरनाथ कुमार ने निजी कारणों से अपने पद से त्याग पत्र दे दिया है. धरना स्थल पर ही सर्वसम्मति से जिला स्थापना शाखा में तैनात उच्च वर्गीय लिपिक अक्षय कुमार को कार्यकारी जिला सचिव चुना गया. उन्होंने बताया कि जिला विकास शाखा में तैनात सहायक प्रशासी पदाधिकारी निरंजन कुमार द्वारा संघ के लगातार अनदेखी करने, असहयोगात्मक रवैया एवं संघ के प्रति उदासीनता बरतने के कारण प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है.
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