मुंगेर. आरडी एंड डीजे कॉलेज के बीसीए लैब में रिसर्च मेथडोलाॅजी पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का शनिवार को समापन हो गया. इसका आयोजन मुंगेर विश्वविद्यालय के पीजी डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स द्वारा किया गया था. कार्यशाला के दूसरे दिन के टेक्निकल सेशन के 5वें सत्र में एमयू के नोडल पदाधिकारी डाॅ सूरज कोनार ने शोध प्रविधि के बारे में जानकारी दी. साथ ही तकनीक का अनुप्रयोग करते हुए शोध पत्र लेखन की चर्चा की. टेक्निकल सेशन के छठे सत्र में कॉमर्स के प्राध्यापक डॉ अनीस अहमद ने किसी भी ट्रेनिंग प्रोग्राम का मूल्यांकन से संबंधित माॅडल पर अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया. साथ ही ””टी टेस्ट” के माध्यम से वर्कशॉप का मूल्यांकन किया. टेक्निकल सेशन के 7 वें सत्र में एनएसएस समन्वयक डा. मुनींद्र कुमार सिंह ने ”टू वे अनोवा यूजिंग एडवांस एक्सल” पर अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया. प्रतिभागियों के लिए कंप्यूटर पर डाटा एनालिसिस टूल के माध्यम से प्रैक्टिस सेशन को संपन्न किया. अंतिम सत्र में दो दिवसीय कार्यशाला के प्रतिभागियों से फीडबैक फॉर्म भी भरवाया गया. जो नैक मूल्यांकन में कॉलेज को उपयोगी साबित होगा. कार्यशाला में तकनीकी सहयोग रितिकेश रंजन और अनुनय घोष ने दिया. इसके बाद दो दिवसीय कार्यशाला का समापन समारोह आयोजित किया गया. इसमें मुख्य अतिथि के रूप में जमालपुर कॉलेज के प्राचार्य डा. अशोक कुमार पोद्दार और विशिष्ट अतिथि के रूप में बीसीए समन्वयक डा. गोपाल प्रसाद चौधरी, जेएमएस कॉलेज के कामर्स विभागाध्यक्ष डा. मधुलिका कुमारी थी. इस दौरान 48 प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया. मुख्य अतिथि ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कंप्यूटर का वर्तमान परिपेक्ष्य में अहम भूमिका है और हम युवाओं को देश की शक्ति बनने के लिए तकनीकी रूप से संपन्न होना पड़ेगा. पहले भारत स्नेक चार्मर था, लेकिन अब माउस चार्मर हो गया है. कॉलेज के प्राचार्य प्रो. प्रभात कुमार ने कार्यशाला की सफलता पर आयोजन टीम को बधाई दिया.
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