मुंगेर. प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व कार्यक्रम के तहत सदर अस्पताल में बने पुराने इमरजेंसी वार्ड में सोमवार को एएनसी जांच शिविर का आयोजन किया गया, जहां गर्भवतियों की विभिन्न प्रकार की जांच की गयी. इसमें हाई रिस्क प्रेग्नेंसी वाली कुल तीन गर्भवती मिली. परिवार नियोजन परामर्शी योगेश कुमार ने बताया कि सोमवार को एएनसी जांच शिविर में कुल 76 गर्भवतियों का प्रसव पूर्व जांच डॉ स्वाति अटोलिया ने की. इसमें गर्भवतियों का बीपी, सुगर, वजन, हाईट सहित अन्य जांच हुई. इस दौरान हाई रिस्क प्रेग्नेंसी की 3 गर्भवती मिली. जिसकी सभी जांच दोबारा हुई. उन्होंंने बताया कि एचआरपी वाली गर्भवतियों पर विशेष नजर रखी जानी है. इसे लेकर ऐसी गर्भवतियों को विशेष चिकित्सीय सलाह दी गयी है. वहीं दोबारा 21 जून को लगने वाले एएनसी जांच शिविर में एचआरपी की गर्भवतियों की जांच की जायेगी. इसके अतिरिक्त संबंधित गर्भवती के क्षेत्र की आशा को उनके स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखने का निर्देश दिया गया है.
एएनसी जांच में एचआरपी वाली छह गर्भवती चिह्नित
हवेली खड़गपुर. प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, खड़गपुर में गर्भवती महिलाओं के प्रसव पूर्व स्वास्थ्य की जांच की गई. चिकित्सक डॉ अर्चना कुमारी एवं डॉ धनंजय कुमार के नेतृत्व में आयोजित शिविर में कुल 230 गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच की गयी. इसमें आधा दर्जन गर्भवती महिला हाई रिस्क प्रेगनेंसी के रूप में चिन्हित हुई. मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुबोध कुमार ने बताया कि प्रत्येक माह के 9 तारीख को गर्भवती महिला का प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच होती है. वहीं डॉ अर्चना ने बताया कि एएनसी जांच में चिन्हित हाई रिस्क प्रेगनेंसी वाली छह गर्भवतियों का अस्पताल में विशेष इलाज किया जाएगा और प्रसव के पूर्व बरती जाने वाली सावधानी के बारे में बताया जायेगा. उन्होंने बताया कि हाई रिस्क में उच्च रक्तचाप, ब्लड सुगर, खून की कमी, एड्स पीड़ित, किसी भी आसाध्य बीमारी एवं पूर्व में सिजेरियन के माध्यम से प्रसव वाली गर्भवती महिला शामिल होती हैं. जांच का मुख्य उद्देश्य है मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है