मुंगेर.
मुंगेर विश्वविद्यालय को बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग से मिले 12 प्राचार्यों के कॉलेजों में पदस्थापन का मामला अब पेंच में फंस गया है, राजभवन ने तत्काल आयोग से मिले प्राचार्यों के विश्वविद्यालय द्वारा पदस्थापन किये जाने पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है. जिसे लेकर राजभवन से विवि को पत्र भी भेजा है. बता दें कि बिहार विवि सेवा आयोग से एमयू को कुल 13 स्थायी प्राचार्य मिले थे. हलांकि बाद में जयनंदन सिंह का नाम पैनल से हट जाने के कारण अब एमयू को मिले स्थायी प्राचार्यों की संख्या मात्र 12 ही रह गयी है. वहीं विश्वविद्यालय बीते दिनों पटना से संबंधित प्राचार्यों का डॉजियर मंगाकर काउंसलिंग प्रक्रिया के बाद उनके कॉलेज पदस्थापन की प्रक्रिया आरंभ करने की तैयारी कर रहा था. लेकिन इस बीच अब राजभवन ने इसपर अगले आदेश तक के लिये रोक लगा दी है. सोमवार की देर शाम राज्यपाल के प्रधान सचिव राबर्ट एल. चोग्थू ने कुलपतियों के नाम पत्र जारी कर कहा है कि राजभवन से दिशा-निर्देश जारी होने तक किसी प्रकार की नियुक्ति नहीं की जाये. प्रधानाचार्य की नियुक्ति के संबंध में राज्यपाल सचिवालय की ओर से निर्गत परिनियम के अनुसार कुलाधिपति प्रतिनिधि के परामर्श के उपरांत ही बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों में प्रधानाचार्य के रिक्त पदों पर नियुक्ति किया जाना है. इसके संबंध में दिशा-निर्देश निर्गत किया जाएगा. ऐसे में प्रधानाचार्य के रिक्त पदों पर नियुक्ति के संबंध में दिशा-निर्देश निर्गत होने से पूर्व कोई नियुक्ति नहीं की जाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है