एक माह बाद संघर्ष माेर्चा हुई सक्रिय, रेल मंत्री के जमालपुर आगमन को बताया छलावा
जमालपुर. रेल मंत्री के जमालपुर आगमन के एक महीने बाद जमालपुर रेल निर्माण कारखाना संघर्ष मोर्चा ने रविवार को बैठक की और रेल मंत्री के आगमन को मात्र एक छलावा बताया. बैठक में मोर्चा की कमेटी को भंग कर एक पखवारे के अंदर नयी कमेटी के पुनर्गठन करने का निर्णय लिया गया. जुबली वेल चौक पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता जनसुराज के संरक्षक दिनेश सिंह ने की, जबकि संचालन पप्पू यादव ने किया.संरक्षक दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि निरीक्षण के नाम पर जमालपुर कारखाना आए रेल मंत्री कारखाना के विकास की बात करने के बजाय स्थानीय सांसद एवं मंत्री के शान में कसीदे पढ़ने और ऑडिटोरियम में जय श्री राम का नारा लगाने आए थे. इससे कारखाना का विकास असंभव है. पप्पू यादव ने कहा कि 17 सालों के बाद रेलमंत्री का जमालपुर निरीक्षण केवल स्थानीय केंद्रीय मंत्री की लाज बचाने की एक कोशिश मात्र थी. जिस तरीके से पूरे कार्यक्रम के दौरान राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की गई और रेलवे यूनियन को दरकिनार कर रेलमंत्री सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के सब्जबाग में उलझा कर चले गए. वह केवल एक हाई वोल्टेज ड्रामा था. मोर्चा के सह संयोजक सह जदयू नेता कन्हैया सिंह, प्रवक्ता सह बसपा के जिला प्रभारी कृष्णानंद राउत, विकास मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुबोध तांती, रविकांत झा ने कहा कि हम जमालपुर रेल कारखाना को इतिहास में नहीं बल्कि वर्तमान में सजाएंगे. हाल यह रहा कि रेल के नाम पर सवाल करने वाले यूनियन एक ज्ञापन तक नहीं सौंप सके. बैठक के अंत में सर्वसम्मति से मोर्चा की कमेटी को भंग कर नए प्रारूप के साथ एक पखवारे के अंदर नयी इकाई के पुनर्गठन का लिया गया. मौके पर पूर्व वार्ड पार्षद अमर शक्ति, नकुल यादव, मीडिया प्रभारी मनोज क्रांति, अमित कश्यप, नीरज यादव, विपिन यादव, मनीष यादव, आशीष कुमार, सत्यजीत पासवान, चंदन साहू सहित अन्य उपस्थिति थे.
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