नगर निगम के मॉनिटरिंग सिस्टम में छेद, आपसी समन्वय का दिख रहा घोर अभाव
मुंगेर. दुर्गा पूजा को लेकर नगर निगम प्रशासन ने दो दिनों के अंदर जर्जर सड़कों को मोटरेबल करने का निर्णय लेते हुए इस दिशा में कार्य प्रारंभ कर दिया है. वहीं दूसरी ओर पूजा के ठीक पहले सड़क निर्माण को लेकर संवेदक ने कासिम बाजार थाना क्षेत्र से महज कुछ दूरी पर महद्दीपुर मुख्य सड़क को ब्राह्मण टोला के समीप उखाड़ कर छोड़ दिया, जिसका निर्माण दुर्गा पूजा के बाद भी होना मुश्किल है. इसके कारण स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है.लोगों का घरों से निकलना हुआ दूभर
नगर निगम के वार्ड संख्या-42 में महद्दीपुर मुहल्ला है, जो कासिम बाजार थाना से महज कुछ ही दूरी पर है. इस मार्ग में 100 से अधिक परिवार आवासित हैं और घरों तक जाने के लिए एक मात्र रास्ता ब्राह्मण टोला महद्दीपुर होकर गुजरता है. इस पीसीसी सड़क निर्माण को लेकर निगम के चयनित संवेदक ने शारदीय नवरात्र प्रारंभ होने से ठीक पांच दिन पहले उखाड़ दिया, जबकि न तो सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया और न ही उसको मोटरेबल करने का काम ही शुरू किया गया. जिसके कारण महद्दीपुर के लोगों को न सिर्फ इससे परेशानी हो रही है, बल्कि उनका घरों से निकलना भी दूभर हो गया है, जबकि इस मार्ग का प्रयोग करने वाले अन्य लोगों की परेशानी भी काफी बढ़ गयी है. इनलोगों की एक ही चिंता है कि सोमवार से प्रारंभ होने वाले शारदीय नवरात्र में नंगे पांव कैसे माता के दरबार पूजा-अर्चना करने जायेंगे. यह एक मात्र रोड नहीं है, बल्कि मुंगेर-पटना रोड बेलन बाजार बंगाली टोला की सड़क को भी उखाड़ कर यू हीं छोड़ दिया गया है. भगत सिंह चौक से बड़ी बाजार तक भूसा गली में भी रोड को उखाड़कर छोड़ दिया गया है. इसके अलावे भी कई सड़कें हैं, जिसे ठीक दुर्गा पूजा के पहले निर्माण के लिए तोड़ दिया गया, जिसका निर्माण दुर्गा पूजा में संभव भी नहीं है.निगम प्रशासन की दो तरह की इस व्यवस्था को देख शहरवासी परेशान
नगर निगम में इन दिनों आपसी तालमेल का घोर अभाव दिख रहा है. एक ओर जहां शहर की जर्जर और सड़कों पर उभरे गड्ढों को भरकर उसे मोटरेबल करने का निगम प्रशासन ने निर्णय लिया. जिसका काम भी शनिवार की रात से शुरू कर दिया गया. नगर आयुक्त शिवाक्षी दीक्षित व मेयर कुमकुम देवी इस कार्य को देखने शनिवार की रात निकलीं और निगम, बुडको व पथ निर्माण विभाग के अभियंताओं को सड़कों को मोटरेबल करने का काम दो दिनों के अंदर समाप्त करने का निर्देश दिया. वहीं दूसरी ओर कई वार्डों में ठीक दुर्गा पूजा के पहले सड़कों को निर्माण के लिए उखाड़ दिखा गया. निगम द्वारा दुर्गा पूजा को लेकर की जा रही दो तरह की इस व्यवस्था को देख शहरवासी परेशान हैं कि आखिर निगम प्रशासन करना क्या चाहता है. भक्तों को सुविधा दे रही अथवा भक्तों को कष्ट देना चाह रही है. जानकार की मानें तो निगम की मॉनिटरिंग व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है और आपसी समन्वय का घोर अभाव दिख रहा है. तभी तो दुर्गा पूजा जैसे महत्वपूर्ण पर्व पर इस तरह के कार्य किये जा रहे हैं. जहां भी संवेदक द्वारा सड़क को तोड़ा गया है, उसे अविलंब मोटरेबल कराया जायेगा. निगम प्रशासन दुर्गा पूजा के मौके पर आम जनता के साथ है और व्यवस्था को ठीक किया जायेगा.कुमकुम देवी, मेयरB
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