गर्भ गृह में पांच से छह फीट तक खड़ा है पानी, माता चंडी का नेत्र भी डूबा
मुंगेर. प्रसिद्ध शक्तिपीठ चंडिका स्थान बाढ़ के कारण पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. गर्भ गृह के साथ ही चारों ओर पानी फैला हुआ है. सुरक्षा के दृष्टिकोण से चंडिका स्थान को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है, जिसके कारण भक्त चंडिका स्थान के गेट पर से ही माता चंडी की पूजा-अर्चना कर रहे हैं.बताया जाता है कि चंडिका स्थान मंदिर के बगल में एक मिट्टी का बांध बना हुआ है. जो गुरुवार की देर शाम गंगा के पानी का दबाव झेल नहीं पाया और टूट गया. बांध टूटते ही चंडिका स्थान पुरी तरह से जलमग्न हो गया. चारों ओर बाढ़ का पानी ही दिखायी दे रहा है. प्रभात खबर की टीम जब चंडिका स्थान पहुंची, तो माता चंडी का गर्भ गृह पूरी तरह बाढ़ के पानी से भरा था. गर्भ गृह में पांच फीट पानी भरा हुआ है. माता चंडी का नेत्र पूरी से पानी में डूब चुका है, जबकि मंदिर में भक्तों के लिए बने रास्ते पर भी पानी भरा है और ऊपरी हिस्से में भी एक से दो फीट पानी जमा हुआ. मंदिर प्रबंधन ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से भक्तों के लिए मंदिर को बंद कर दिया है. कोई मंदिर व मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं कर सके, मुख्य गेट के साथ ही अन्य गेटों में ताला लगा दिया गया है. स्थानीय पंडितों ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि मां गंगा हर साल अपनी बहन मां चंडिका से मिलने चंडिका स्थान आती है और मां के नेत्र को स्पर्श कर वापस लौट जाती है.
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