अंग क्षेत्र में साहित्य सेवा के माध्यम से भाषा, साहित्य और संस्कृति के उत्थान के लिए मिला सम्मान
हवेली खड़गपुर. साहित्य एवं सांस्कृतिक समृद्धि में योगदान देने वाले खड़गपुर के भैया राम टोला निवासी कवि एवं लोक गायक सदानंद सिंह यादव को झारखंड के रांची में अंगिका साहित्य सेवा भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया. रविवार को झारखंड के रांची स्थित दयानंद आर्य विद्या पब्लिक स्कूल में उन्हें अंगिका समाज के होली मिलन सह सम्मान समारोह में स्मृति चिन्ह एवं सम्मान पत्र के साथ अंगिका साहित्य भूषण सम्मान से नवाजा गया. सीजीडब्ल्यूबी रांची में कार्यरत सदानंद बहुआयामी प्रतिभा के धनी हैं. वे विलुप्तप्राय गीतों को तो गाते ही हैं, साथ ही स्वरचित गीतों को भी स्वरबद्ध कर कई गीत गाए हैं. वे लगातार साहित्य एवं संस्कृति के क्षेत्र में सक्रिय हैं और पिछले कई वर्षों से विभिन्न मंचों पर अपनी काव्य-पाठ करते आ रहे हैं. कविता के अलावा ज्यादातर लोकगीत की प्रस्तुति करते हैं. इन्हें पत्रकारिता का भी अनुभव प्राप्त है. कई संस्थानों के लिए लेखन तथा देश के प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में इनके आलेख प्रकाशित होते रहे हैं. अंगिका साहित्य सेवा भूषण सम्मान प्राप्त करने पर सदानंद सिंह ने कहा कि आत्मा के सौंदर्य का शब्द रूप है काव्य. मानव होना भाग्य है और कवि होना सौभाग्य. बधाई देने वालों में राकेश चंद्र सिन्हा, डा. अशोक केशरी, विवेक केशरी, अजीत कुमार सिंह ने बधाई देते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है