मुंगेर. मुंगेर विश्वविद्यालय के स्थायी भवन निर्माण की कवायद तेज हो गयी है. सोमवार को सदर प्रखंड के नौवागढ़ी मौजा (थाना संख्या-117) में विश्वविद्यालय परिसर निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर जिला प्रशासन की ओर से जन सुनवाई कंतपुर स्थित पंचायत भवन में हुई. इस दौरान भूस्वामियों ने मुआवजा राशि और वैकल्पिक लाभ से जुड़े कई सवाल प्रशासन के सामने रखे. जन सुनवाई में विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव डॉ घनश्याम राय, डीएसडब्ल्यू प्रो महेश्वर मिश्रा, प्रॉक्टर प्रो संजय कुमार ने भाग लिया. जबकि जिला प्रशासन की ओर से एडीएलएओ, अंचल के अधिकारी एवं कर्मी ने भाग लिया. साथ ही अनुग्रह नारायण सिन्हा समाज अध्ययन संस्थान, पटना के अधिकारी भी मौजूद थे. कुलसचिव डॉ घनश्याम राय ने कहा कि इस सरकार में अब दान पर नहीं, बल्कि भूमि खरीदकर शिक्षण संस्थान स्थापित किए जा रहे हैं. विश्वविद्यालय भवन बनने से इस क्षेत्र को शैक्षणिक और सामाजिक दोनों स्तर पर लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि भूमि पूजन व शिलान्यास समारोह जल्द से जल्द होना चाहिए. जन सुनवाई के बाद विश्वविद्यालय टीम ने नौवागढ़ी भूमि स्थल का निरीक्षण किया. चारों ओर पहाड़ों से घिरी यह भूमि उपजाऊ नहीं बताई गयी. जानकारी के अनुसार यहां कुल 19 एकड़ 98.48 डिसमिल भूमि का अधिग्रहण होना है. विदित हो कि सामाजिक प्रभाव आकलन (एसआईए) का कार्य पहले ही पूरा किया जा चुका है. अब जनसुनवाई से मिले सुझावों व सवालों को विशेषज्ञ समिति के समक्ष रखा जायेगा. समिति रिपोर्ट के आधार पर अधिसूचना जारी करेंगी और अधिग्रहण की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी. जिला भू-अर्जन पदाधिकारी पंकज कुमार ने जानकारी दी कि भूस्वामियों ने उचित मुआवजा, समय पर भुगतान आदि को लेकर अपनी राय रखी.
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