– रात के अंधेरे में जेसीबी से ट्रैक्टर पर लोड कर मेटल की ढुलाई, अब तक 2 करोड़ से अधिक का उठ चुका है पत्थर
फोटो संख्या –फोटो कैप्शन – 5. जब्त करोड़ों के पत्थर की बड़े पैमाने पर हो रही चोरी
प्रतिनिधि, मुंगेर————————–
मुंगेर में दो दशक पूर्व पत्थर उद्योग बंद हो गया था. जबकि अवैध रूप से तोड़ी गयी पत्थर व उससे तैयार मेटल को प्रशासनिक स्तर पर जब्त किया गया था. लेकिन उसकी निलामी हुई अथवा नहीं यह खनन विभाग को पता नहीं है. पिछले 10 दिनों से बड़े पैमाने पर नयारामनगर थाना क्षेत्र के जानकीनगर चंदनपुरा बगीचा में वर्षों से जब्त कर रखी गयी पत्थर को अवैध रूप से उठाया जा रहा है. पत्थर माफिया और ठेकेदार की मिलीभगत से इस पत्थर को रात के अंधेरे में उठा कर सुरक्षित स्थान पर डंप कर उसका सरकारी सड़क निर्माण में उपयोग किया जा रहा है. पिछले 10 से 15 दिनों में दो करोड़ से अधिक का मेटल का बारा-न्यारा कर लिया गया है.रात के अंधेरे में जब्त पत्थर की हो रही ढुलाई, प्रशासन व पुलिस मौन
बताया जाता है पत्थर उद्योग बंद होने के बाद जमालपुर के ओल्ड व न्यू क्वायरी सहित चंदनपुरा में करोड़ों का पत्थर जब्त किया गया था. ओल्ड व न्यू क्वायरी से दो दशकों में जब्त अधिकांश पत्थर को माफिया की मिली भगत से चोरी कर ली गयी. जबकि नयारामनगर थाना क्षेत्र के जानकीनगर चंदनपुरा के एक बगीचा में भी करोड़ों का पत्थर जब्त कर रखा गया था. जो मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बाकरपुर निवासी एक पत्थर ठेकेदार का था. जो शायद उस पत्थर को भूल गया अथवा उसे रिलिज कराने के लिए कोर्ट चला गया था. तब से पत्थर यूं ही वहां पर पड़ा था. लेकिन पिछले 10-15 दिनों से अंधेरा होते ही आधा दर्जन से अधिक ट्रैक्टर वहां पहुंचती है और जेसीबी मशीन से पत्थर उठा कर उक्त ट्रैक्टर पर लोड कर उसकी ढुलाई होती है. सूत्रों की माने तो पहले दिन नयारामनगर थाना पुलिस की टीम वहां पहुंची थी. लेकिन एक कद्दावर नेता के नजदीकी का नाम लेते ही पुलिस वहां से निकल गयी. जिसके बाद से अब तक जब्त पत्थरों की ढुलाई रात के अंधेरे में बदस्तूर जारी है. सूत्रों की माने तो अब तक दो करोड़ से अधिक का पत्थर वहां से उठाया जा चुका है.बिना चालान के उठ रहा पत्थर, राजस्व को नुकसान
नियमानुसार सरकारी कार्य में लगने वाले पत्थर, मिट्टी व बालू के लिए एक निर्धारित राशि खनन विभाग को देनी पड़ती है. साथ ही वैद्य चालान पर ही इन सामग्री को लेना है. लेकिन चंदनपुर से जिस पत्थर का उठाव किया जा रहा है. वह पूरी तरह से अवैध है. बिना चालान के ही यहां से पत्थर का उठाव हो रहा है. क्योंकि इस पत्थर के उठाव के लिए खनन विभाग की ओर से चालान निर्गत ही नहीं किया जा सकता है. क्योंकि यह जब्त पत्थर है. माफिया के इस अवैध खेल में सरकार को भारी राजस्व की क्षति हो रही है.सरकारी योजनाओं में इस मेटल का हो रहा उपयोग
जिले में कई बड़ी-बड़ी सड़कों का निर्माण कार्य चल रहा है. जिसमें इसका उपयोग धड़ल्ले से हो रहा है. सूत्रों की माने तो मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरदह गांव का एक पत्थर कारोबारी ने जब्त पत्थर के ठेकेदार से सेटिंग किया. जिसके बाद शहर के एक संवेदक की मिली भगत से वहां से रात के अंधेरे में पत्थर का उठाव शुरू किया गया. हर दिन लगभग100 ट्रीप वहां से मेटल उठता है और जिले के विभिन्न सरकारी सड़क निर्माण में उसकी आपूर्ति कर दी जाती है. सूत्रों की माने तो इस अवैध कारोबार से सरकार को करोड़ों का नुकसान हो रहा है.कहते हैं जिला खनन पदाधिकारी
जिला के प्रभारी खनन पदाधिकारी कुमार रंजन ने बताया कि 10 दिन पूर्व ही उन्होंने यहां का प्रभार लिया है. उस पत्थर को किसके द्वारा जब्त किया गया था और अभी कौन उसका उठाव करवा रहा है इसकी जानकारी नहीं है. अगर आप वीडियो उपलब्ध कराते हैं तो हम उसकी जांच करवा कर उचित कार्रवाई करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

