जल्द ही इस रेलखंड पर ट्रेनों की स्पीड 110 से बढ़कर 130 किमी प्रतिघंटा होगी
जमालपुर. जमालपुर स्टेशन ऐतिहासिक और ऑपरेशनल रूप से काफी महत्वपूर्ण स्टेशन है. यहां रेल ट्रैफिक लगातार बढ़ रहा है. इसलिए यहां रेल लाइन बढ़ाने की आवश्यकता है और तीन अतिरिक्त रेल लाइन बिछाई जाएगी. जमालपुर स्टेशन के पूर्व की तरफ दो नए प्लेटफार्म भी बनाए जाएंगे. ये बातें मालदा रेल मंडल के प्रभारी मंडल रेल प्रबंधक यतीश कुमार ने कही. वे शनिवार को दो दिवसीय प्रवास पर जमालपुर पहुंचे थे.डीआरएम ने कहा कि काली पहाड़ी से सटे तथा बियाडा की जमीन के पीछे फ्रेट लाइन तैयार हो गया है. जिसका रविवार को उद्घाटन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि जमालपुर से होकर गुड्स ट्रेन का परिचालन काफी बढ़ गया है अगर इसका मैनेजमेंट नहीं किया गया तो यात्री ट्रेन का परिचालन प्रभावित होगा. इसलिए दोनों प्रकार की ट्रेनों के परिचालन में संतुलन बनाया जाना जरूरी है. डीआरएम ने बताया कि मालदा डिवीजन में मालदा और भागलपुर के बाद जमालपुर में इस डिवीजन का सबसे बड़ा यार्ड बन रहा है. इस यार्ड के बनने से कोचिंग और फ्रेट दोनों का यह स्टेशन बड़ा स्टेशन बन जाएगा. इसके लिए सभी काम स्वीकृत हो चुके हैं और सभी पर काम जारी है. काली पहाड़ी और बियाड़ा के बीच चल रहे स्पॉट पर अगले एक से दो महीने में टावर लाइट लगाया जायेगा. वहां भी अतिरिक्त तीन लाइन बिछाई जाएगी. प्रयास किया गया है कि उस स्थान पर एक तरफ कोचिंग और दूसरी तरफ फ्रेट लाइन का समागम हो. इतना ही नहीं इस कार्य को अंजाम देने के लिए कर्मचारियों को म्युचुअल के आधार पर जमालपुर भेजा गया है जो कार्य में सहयोग करेंगे. साथ ही अमृत भारत स्टेशन योजना के कार्यों की समीक्षा भी करेंगे.
इस रेलखंड पर ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए लिया जा रहा है ब्लॉक
वास्तव में भागलपुर-जमालपुर-किऊल रेलखंड पर ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए संसाधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लगातार ब्लॉक लिया जा रहा है. भागलपुर से लेकर किऊल तक सबसे अधिक आदमी और जानवर ट्रेन की चपेट में आकर अपनी जान गंवाते हैं. इसकी रोकथाम के लिए आरपीएफ के 50 जवानों और अधिकारियों की टीम गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक कर रही है. डीआरएम ने बताया कि ट्रेनों की स्पीड लगातार बढ़ती जा रही है और लोगों का पूर्वानुमान गलत होता है. जिसके कारण ट्रेन की चपेट में आकर अपनी जान गंवा देते हैं. उन्होंने कहा कि बंदे भारत जैसी ट्रेन काफी तेज स्पीड से चलती है. जल्द ही जमालपुर वालों को भी अच्छी खबर मिलेगी. उन्होंने कहा कि ब्लॉक लेकर लेवल क्रॉसिंग के स्थान पर सुरक्षित सब-वे का निर्माण किया जा रहा है. जल्द ही इस रेलखंड पर ट्रेनों की गति 110 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़कर 130 किलोमीटर प्रति घंटे हो जाएगी.
जमालपुर-मानसी ट्रेन के विलंब परिचालन से यात्रियों को मिलेगी निजात
जमालपुर. डीआरएम यतीश कुमार ने बताया कि यह रेलखंड काफी महत्वपूर्ण है. इसलिए इस रेलखंड सहित मालदा से लेकर किऊल तक तीसरी और चौथी रेल पटरी बिछाने का सर्वे काम पूरा हो चुका है. इसके लिए सर्वे रिपोर्ट मुख्यालय को भेजा जा चुका है. उन्होंने बताया कि जमालपुर और मुंगेर के बीच में भी सर्व काम पूरा कर लिया गया है. एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने बताया कि मुंगेर में वर्तमान गंगा पुल के समानांतर दूसरा पुल का निर्माण की प्लानिंग रही है. जब उनसे यह पूछा गया कि जमालपुर-मानसी ट्रेन अनावश्यक विलंब से चलती है. तब उन्होंने बताया कि इस प्रकार की स्थिति को देखते हुए एक स्पेयर डेमू रैक अगले सप्ताह भागलपुर को मिल जाएगा और इस प्रकार की स्थिति में इस रैक का इस्तेमाल किया जाएगा. क्योंकि लिंक सेवा को लेकर यदि एक ट्रेन लेट होती है तो कई अन्य ट्रेनों के परिचालन पर भी प्रभाव पड़ता है. इसलिए कोलकाता से इस रैक को मंगाया गया है.
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